भारत-ईरान संबंधः दोनो देशों के बीच है द्विपक्षीय, सैन्य व मजबूत व्यापारिक संबंध
ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी 15 फरवरी को भारत दौरे पर आ रहे है। इस दौरान कूटनीतिक और व्यावसायिक संबंधों को मजबूत करने पर ध्यान दिया जाएगा।
ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी 15 फरवरी को भारत दौरे पर आ रहे है। इस दौरान कूटनीतिक और व्यावसायिक संबंधों को मजबूत करने पर ध्यान दिया जाएगा।
सेना द्वारा न्यायाधीशों व पूर्व राष्ट्रपति को जेल में भेजने के बाद अब सेना ने विपक्षी पार्टी के सासंदों को संसद से बाहर निकाल दिया है।
भारत-पाक विभाजन के दौरान आरएसएस ने पाकिस्तान से आए शरणार्थियों के लिए 3,000 से अधिक राहत शिविरों का आयोजन करने में मदद की थी।
विश्लेषकों का मानना है कि मालदीव में गतिरोध समाप्त करने के लिए भारत के पास कई विकल्प मौजूद है। इसमे से सैन्य विकल्प प्रमुख है।
मालदीव संकट को लेकर चीनी मीडिया ने कहा कि अगर भारत वहां पर सैन्य हस्तक्षेप करता है तो चीन को भी इसे रोकने के लिए जरूरी कदम उठाने होंगे।
नेशनल इंटेलिजेंस के निदेशक डैन कोट्स ने कहा कि पाकिस्तान द्वारा समर्थित आतंकवादी समूह भारत में आतंकी हमले जारी रखेंगे।
भारत अपने सैन्य जहाजों को रणनीतिक रूप से डुक्म बंदरगाह और सूखी गोदी का उपयोग करते हुए चीन को चुनौती देगा।
मालदीव की प्रगतिशील पार्टी के राष्ट्रपति यामीन अब्दुल ने जब 5 फरवरी को आपातकाल की घोषणा की थी उसके बाद से ही वहां संकट पैदा हो गया है।
ईरानी मीडिया ने सोमवार को बताया कि ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी भारत के दौरे पर रहेंगे। गुरूवार को रूहानी भारत दौरे पर आएंगे।
भाजपा के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा ने भारत सरकार को मालदीव मुद्दे का समाधान करने व तत्काल कार्रवाई करने का आग्रह किया है।