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    G20 Summit 2022 and India's Chances

    G20 Summit 2022 in Indonesia: दुनिया के 20 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं (19 देश और यूरोपीय यूनियन) के समूह G20 की बैठक इंडोनेशिया के बाली शहर में जारी है जिसमें आज बुधवार को अगले साल होने वाले G20 बैठक (G20 Summit) की अध्यक्षता भारत को आधिकारिक तौर पर दिया गया।

    गौरतलब है कि इस समय चल रहे बैठक में बुधवार का दिन बड़ा नाटकीय रहा है जब इधर G20 की बैठक के साथ-साथ अमेरिका, चीन, फ्रांस, भारत, ब्रिटेन आदि देशों के प्रमुख नेताओं की द्विपक्षीय वार्ता भी चल रही थी; उधर दूसरी तरफ कथित तौर ओर रूस की दो मिसाइलें NATO के सदस्य देश पोलैंड पर जा गिरीं जिसमें दो लोगों की मौत हो गयी।

    हालांकि यह पुख्ता तौर पर स्पष्ट नहीं हो सका कि ये दोनों मिसाइलें रूस ने ही दागे थे, लेकिन इसे लेकर अमेरिका सहित अन्य NATO देशों की भौहें फिर से तन सकती हैं।

    बहरहाल, इंडोनेशिया में जारी G20 की यह बैठक अपने समापन की तरफ बढ़ रहा था, इसी क्रम में अगले साल की अध्यक्षता भारत को सौंपी गई। आपको बता दें, अगले साल G20 की बैठक (G20 Summit) नई दिल्ली में आयोजित होने वाली है।
    इसी के मद्देनजर , इस बैठक (G20 Summit) से निकले कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं पर भारत को अपनी नज़र बनाये रखनी होगी।

    1. G20 बैठक (Summit) के मंच से पुतिन को संदेश

    G20 Summit 2022
    G20 Summit 2022: Global Leaders adopted the PM Modi’s Message on Ukraine Russia Conflict that “Today’s Era Must Not Be of War” (Image Source: Outlook India)

    G20 Summit मे एक सुर में लगभग सभी देशों ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पुतिन के प्रति कही गयी बातों को गम्भीरता से दुहराई है। भारत के आधिकारिक बयान को माने तो श्री मोदी ने संघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) के दौरान द्विपक्षीय वार्ता में पुतिन से कहा  था कि “अभी यह वक़्त युद्ध का नहीं है।”

    2. अमेरिकी राष्ट्रपति बिडेन और चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग की मुलाक़ात

    Xi-Biden Meet
    The USA President Biden And China’s President Xi meet each other during G20 Summit 2022 (Image Courtesy : Foreign Policy)

    दुनिया के 2 सबसे मजबूत अर्थव्यवस्थाओं के प्रमुख की यह पहली मुलाकात भारत के विदेश नीतियों के संदर्भ में काफी महत्वपूर्ण है। दोनों राष्ट्रप्रमुखों के बीच ताइवान का मुद्दा चर्चा में रहा और ताइवान जलडमरूमध्य (Taiwan strait) में शांति स्थापित करने की बात की गई।

    गौरतलब है कि हाल ही में जिनपिंग को तीसरी बार चीन का राष्ट्रपति नियुक्त किया गया है। वहीं अमेरिका में हुए मध्यावधि चुनावों में ट्रम्प की हार से अमेरिकी राष्ट्रपति बिडेन को भी मज़बूत मिली है। ऐसे में अपने अपने हितों को साधने के लिए अंतरराष्ट्रीय मंच पर दोनों ही नेताओं की स्थिति और मजबूत हुई है।

    चूंकि चीन और अमेरिकी की प्रतिद्वंद्विता के कारण पिछले दो दशकों में अमेरिका और भारत के सबंध प्रगाढ़ हुए हैं, ऐसे में अमेरिका और चीन के बीच हर तरह की रणनीति का भारत को काफी सूक्ष्मता से देखने की आवश्यकता है।

    3. G20 के मंच पर दिखा रूस-यूक्रेन मुद्दा

    G20 के मंच पर दिखा पोलैंड पर हुए मिसाइल अटैक का मुद्दा (Image Source: dw.com)
    G20 के मंच पर दिखा पोलैंड पर हुए मिसाइल अटैक का मुद्दा (Image Source: dw.com)

    रुस और यूक्रेन के बीच जारी जंग के कारण पश्चिमी देशों का रवैया G-20 Summit के मंच पर भी दिखा। पुतिन ने इस सम्मेलन में हिस्सा नहीं लिया।

    जब G20 Summit 2022 के दौरान जब पश्चिमी देशों के शीर्ष नेताओं की मुलाक़ात चल रही थी, ठीक उसी वक़्त सोवियत-संघ निर्मित (रूस का पुराना नाम) एक मिसाइल पोलैंड के ऊपर गिरा जिसमें 2 लोगों के हताहत होने की ख़बर आयी। बाद में पता चला कि यह मिसाइल ये मिसाइलें जो पोलैंड में गिरी वह रूस नहीं बल्कि यूक्रेन की सेना द्वारा रुसी मिसाइलों से बचाव के लिए दागी गई थीं।

    4. झी-जिनपिंग और मोदी की मुलाक़ात

    मोदी और जिनपिंग की मुलाक़ात
    G20 बैठक 2022 के दौरान इंडोनेशिया के राष्ट्रपति द्वारा आयोजित रात्रिभोज में मोदी और जिनपिंग की मुलाक़ात हुई। (image Source: Fresherslive)

    G20 के मंच से भारत और चीन के लिए यह महत्वपूर्ण खबर थी कि एशिया के दो बड़ी शक्तियों के राष्ट्रप्रमुखों की यह बीते 2 वर्षो में पहली मुलाक़ात थी। आपको बता दें मोदी और जिनपिंग के बीच 2014 से 2019 के बीच कुल 18 बार मुलाक़ातें हुईं थीं; लेकिन 2020 में उभरे सीमा विवाद के बाद यह पहली मुलाक़ात थी।

    हालांकि दोनों के बीच क्या कोई महत्वपूर्ण बात-चीत हुई थी, इसे लेकर आधिकारिक बयान में कुछ ज्यादा टिप्पणी नही है। इसमें बस यह कहा गया है कि दोनों नेताओं ने डिनर के लिए इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो को शुक्रिया अदा किया है।

    यह सच है कि SCO शिखर सम्मेलन के दौरान भी मोदी एयर जिनपिंग इस साल सितंबर में शामिल हुए थे लेकिन वहां इस तरह एक दूसरे के साथ कोई तस्वीर बाहर नही आयी थी।

    5. G20 2023 की मेजबानी भारत में

    India to Host G20 2023 in Delhi
    अगले साल होने वाले G20 सम्मेलन की मेजबानी भारत को सौंप दी गई है। यह सम्मेलन 9-10 सितंबर 2023 में दिल्ली में आयोजित होना है। (Image: the Hindu Business line)

    G20 Summit 2022 के दौरान भारत के लिए सबसे महत्वपूर्ण बात यही रही है कि अगले साल होने वाले सम्मेलन की मेजबानी भारत को सौंप दी गई है। यह सम्मेलन 9-10 सितंबर 2023 में दिल्ली में आयोजित होना है।

    बाली सम्मेलन (Bali Summit 2022) के आखिरी दिन जब इंडोनेशिया के राष्ट्रपति ने अगले साल अध्यक्षता सौंपा, इस दौरान भारतीय प्रधानमंत्री मोदी ने G20 Summit में शामिल नेताओं को भरोसा दिलाया कि भारत की अध्यक्षता में यह सम्मेलन समावेशी, महत्वाकांक्षी, निर्णायक व कर्तव्य-समर्पित (Inclusive, Ambitious, Decisive, & Work-Oriented)” होगा।

    प्रधानमंत्री मोदी ने पर्यावरण, महिलाओं के नेतृत्व में विकास, शांति और समग्र सुरक्षा, आर्थिक उन्नति, तथा तकनीक-नवाचार को प्राथमिकता बताया। साथ ही भारत की अध्यक्षता के दौरान G20 Summit की थीम (Theme) “एक धरती, एक परिवार, एक भविष्य (One Earth, One Family, One Future)” की भी घोषणा की।

    कुल मिलाकर G20 Summit 2022 से भारत के लिए एक नया मौका उभरा है जब दुनिया के 20 सबसे बड़े अर्थव्यवस्थाओं के नेताओ का जमावड़ा अगले साल दिल्ली में लगेगा। आपको बता दें G20 समूह में शामिल देश कुल मिलाकर वैश्विक GDP का 85% , विश्व व्यापार का 75% तथा कुल जनसंख्या का दो-तिहाई हिस्सा साझा करते हैं ।

    इसलिये, भारत को इसे अपने निजी हितों के साथ साथ विश्व पटल पर अपना स्थान और सुदृढ़ करने के नजरिये से देखना चाहिए, जिससे संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत की स्थायी सदस्यता की मांग को और बल मिले।

    By Saurav Sangam

    | For me, Writing is a Passion more than the Profession! | | Crazy Traveler; It Gives me a chance to interact New People, New Ideas, New Culture, New Experience and New Memories! ||सैर कर दुनिया की ग़ाफ़िल ज़िंदगानी फिर कहाँ; | ||ज़िंदगी गर कुछ रही तो ये जवानी फिर कहाँ !||

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