रामचंद्र स्तुति – श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमन
श्रीरामचंद्र कृपालु भज मन अथवा राम स्तुति गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित १६वीं शताब्दी का एक भजन है। ईसमे श्रीराम प्रभु के अदभुत गुण एवं शौर्य का वर्णन है। मनुष्य के…
श्रीरामचंद्र कृपालु भज मन अथवा राम स्तुति गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित १६वीं शताब्दी का एक भजन है। ईसमे श्रीराम प्रभु के अदभुत गुण एवं शौर्य का वर्णन है। मनुष्य के…
गणेश जी की आरती जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा । माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥ एक दंत दयावंत, चार भुजा धारी । माथे सिंदूर सोहे, मूसे की…
माँ दुर्गा जी की आरती (जय अम्बे गौरी) – Jai Ambe Gauri Aarti जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी, तुमको निशदिन ध्यावत, हरि ब्रह्मा शिवरी। मांग सिंदूर विराजत, टीको…
“काल करे सो आज कर, आज करे सो अब । पल में प्रलय होएगी, बहुरि करेगा कब” के जरिये कबीरदास समय की महत्वता को बताते हैं। कबीर कहते हैं कि जो…
श्लोक : ।। येषां न विद्या न तपो न दानं, ज्ञानं न शीलं न गुणो न धर्मः । ते मृत्युलोके भुवि भारभूता, मनुष्यरूपेण मृगाश्चरन्ति।। अर्थ : जिसके पास विद्या, तप,…
श्लोक: काक चेष्टा बको ध्यानं, श्वान निद्रा तथैव च । अल्पहारी गृह त्यागी, विद्यार्थी पंच लक्षणं ॥ भावार्थ: कौआ की तरह चतुर, बगुला की तरह ध्यान करने वाले, स्वान की…
शांति पाठ या “शांति मंत्र” उपनिषदों में पाए जाने वाली शांति के लिए प्रार्थनाएं हैं। आम तौर पर उन्हें धार्मिक अनुष्ठानों और प्रवचनों की शुरुआत और अंत में सुनाया जाता…
सावन सोमवर 2020 तिथि, इतिहास, महत्व, पूजा विधान, शुभ मुहूर्त, समय और मंत्र: मानसून के मौसम की पहली बौछारें सावन (Sawan 2020) के महीने की शुरुआत के साथ-साथ चातुर्मास की…
भगवान बृहस्पति की पूजा का विधान हर गुरुवार के दिन होता है। इस पूजा से परिवार में सुख-शांति रहती है एवं जल्द विवाह के लिए भी गुरुवार का व्रत किया…
जल संरक्षण क्यों जरूरी है? स्वच्छ, ताजा पानी एक सीमित संसाधन है। दुनिया में हो रहे सभी गंभीर सूखे के साथ, मीठे पानी की सीमित आपूर्ति हमारे सबसे कीमती संसाधनों…