Mon. Nov 25th, 2024

    Author: विकास सिंह

    विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.

    भोलेनाथ बाबा की आरती

    जय शिव ओंकारा, ॐ जय शिव ओंकारा । ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी धारा ॥ ॥ जय शिव ओंकारा…॥ एकानन चतुरानन पंचानन राजे । हंसासन गरूड़ासन वृषवाहन साजे ॥ ॥ जय…

    महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम्

    सुबह के समय स्नान कर स्वच्छ, धुले हुए कपड़े पहन कर एक आसन पर विराजमान हो जाएं। इसके बाद मां की तस्वीर अथवा प्रतिमा पर पुष्प, माला आदि अर्पित उनकी…

    विद्यां ददाति विनयं

    *विद्या ददाति विनयं * *विनयाद् याति पात्रताम्।* *पात्रत्वाद्धनमाप्नोति * *धनाद्धर्मं ततः सुखम्॥* हिन्दी भावार्थ विद्या विनय देती है, विनय से पात्रता आती है, पात्रता से धन की प्राप्ति होती है,…

    सत्यनारायण पूजा

    सत्यनारायण पूजा हिंदू भगवान विष्णु की एक धार्मिक पूजा है। सत्य का अर्थ है “सत्य” और नारायण का अर्थ है, “उच्चतम” इसलिए सत्यनारायण का अर्थ है “उच्चतम जो सत्य का…

    श्री शङ्कराचार्य कृतं – अन्नपूर्णा स्तोत्रम्

    नित्यानन्दकरी वराभयकरी सौन्दर्यरत्नाकरी निर्धूताखिलघोरपावनकरी प्रत्यक्षमाहेश्वरी । प्रालेयाचलवंशपावनकरी काशीपुराधीश्वरी भिक्षां देहि कृपावलम्बनकरी मातान्नपूर्णेश्वरी ॥१॥ नानारत्नविचित्रभूषणकरी हेमाम्बराडम्बरी मुक्ताहारविलम्बमानविलसद्वक्षोजकुम्भान्तरी । काश्मीरागरुवासिताङ्गरुचिरे काशीपुराधीश्वरी भिक्षां देहि कृपावलम्बनकरी मातान्नपूर्णेश्वरी ॥२॥ योगानन्दकरी रिपुक्षयकरी धर्मार्थनिष्ठाकरी चन्द्रार्कानलभासमानलहरी त्रैलोक्यरक्षाकरी ।…

    श्री गणेशपञ्चरत्नम् – मुदाकरात्तमोदकं

    श्री गणेश पंच रत्न स्तोत्र! मुदाकरात्तमोदकं सदा विमुक्तिसाधकं कलाधरावतंसकं विलासिलोकरक्षकम् । अनायकैकनायकं विनाशितेभदैत्यकं नताशुभाशुनाशकं नमामि तं विनायकम् ॥१॥ नतेतरातिभीकरं नवोदितार्कभास्वरं नमत्सुरारिनिर्जरं नताधिकापदुद्धरम् । सुरेश्वरं निधीश्वरं गजेश्वरं गणेश्वरं महेश्वरं तमाश्रये परात्परं…

    भजन: श्री कृष्णा गोविन्द हरे मुरारी

    सच्चिदानंद रूपाय विश्वोत्पत्यादिहेतवे, तापत्रय विनाशाय श्री कृष्णाय वयं नम: ॥ श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी, हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥ हे नाथ नारायण…॥ पितु मात स्वामी, सखा हमारे, हे नाथ…

    भजन: भए प्रगट कृपाला दीनदयाला

    छंद: भए प्रगट कृपाला दीनदयाला, कौसल्या हितकारी । हरषित महतारी, मुनि मन हारी, अद्भुत रूप बिचारी ॥ लोचन अभिरामा, तनु घनस्यामा, निज आयुध भुजचारी । भूषन बनमाला, नयन बिसाला, सोभासिंधु…

    भजन: इतनी शक्ति हमें देना दाता

    इतनी शक्ति हमें देना दाता, मनका विश्वास कमजोर हो ना हम चलें नेक रस्ते पे, हमसे भूलकर भी कोई भूल हो ना इतनी शक्ति हमें देना दाता, मनका विश्वास कमजोर…