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    *विद्या ददाति विनयं *
    *विनयाद् याति पात्रताम्।*
    *पात्रत्वाद्धनमाप्नोति *
    *धनाद्धर्मं ततः सुखम्॥*

    हिन्दी भावार्थ

    विद्या विनय देती है, विनय से पात्रता आती है, पात्रता से धन की प्राप्ति होती है, धन से धर्म और धर्म से सुख की प्राप्ति होती है॥

    By विकास सिंह

    विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.

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