यरूशलम पर अमेरिका व इजरायल के खिलाफ जाना भारत को पड़ेगा महंगा?
भारत ने यरूशलम पर अमेरिका के खिलाफ जाकर संयुक्त राष्ट्र महासभा में मतदान किया है। अब इस पर देश से कई तरह की प्रतिक्रिया मिल रही है।
भारत ने यरूशलम पर अमेरिका के खिलाफ जाकर संयुक्त राष्ट्र महासभा में मतदान किया है। अब इस पर देश से कई तरह की प्रतिक्रिया मिल रही है।
अमेरिका के उपराष्ट्रपति माइक पेंस के द्वारा पाकिस्तान पर की जाने वाली टिप्पणी पर तहमीना जांजुआ ने गहरी चिंता व्यक्त की है।
बीजेपी सासंद सुब्रह्म्ण्यम् स्वामी ने भारत द्वारा अमेरिका के फैसल के खिलाफ वोट करने की निंदा की है। भारत के इस कदम को गलती भरा बताया है।
चीनी विदेश मंत्रालय के मुताबिकअफगानिस्तान-चीन-पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों के बीच त्रिपक्षीय वार्ता का आयोजन बीजिंग में किया जाएगा।
पीएम मोदी ने नेपाल के अगले प्रधानमंत्री केपी ओली, प्रचंड व निवर्तमान प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा के साथ फोन पर बातचीत की।
माइक पेंस ने कहा कि पाकिस्तान लंबे समय से तालिबान सहित कई आतंकवादी संगठनों को सुरक्षित आवास प्रदान करवा रहा है, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत के उप-स्थायी प्रतिनिधि ने अफगानिस्तान में सुरक्षा स्थिति के पतन पर चिंता जताई है।
ट्रम्प प्रशासन ने रोहिंग्या लोगों पर अत्याचार व मानव अधिकारों के दुरूपयोग के लिए म्यांमार के एक शीर्ष जनरल की भूमिका बताई है।
उत्तर कोरिया को तेल आपूर्ति पर प्रतिबंध लगाए जाने वाले प्रस्ताव पर आज मतदान होगा ताकि उत्तर कोरिया परमाणु परीक्षणों को कम किया जा सके।
डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा यरूशलम को इजरायल की राजधानी घोषित करने के बाद हाफिज सईद ने कराची व लाहौर से इस फैसले का विरोध किया है।