पित्त दोष के लक्षण और पित्त दोष के कारण
विषय-सूचि आयुर्वेद का मानना है कि इस संसार में प्रत्येक चीज़ पांच तत्वों से बनी होती है। वे होते हैं: जल, अग्नि, वायु, आकाश और पृथ्वी। ये सभी तत्व एक…
विषय-सूचि आयुर्वेद का मानना है कि इस संसार में प्रत्येक चीज़ पांच तत्वों से बनी होती है। वे होते हैं: जल, अग्नि, वायु, आकाश और पृथ्वी। ये सभी तत्व एक…
विषय-सूचि हिमालय वायाग्रा या यार्सागुम्बा (yarsagumba) के नाम से जानी जाने वाली कीड़ा जड़ी अपने कामोद्दीपक गुणों के कारण मशहूर है। इसके अलावा इसके अन्य स्वास्थ्य लाभ भी होते हैं।…
विषय-सूचि बंद नाक ऐसी समस्या जिसके कई कारण हो सकते हैं। इसमें एलर्जी, वायरस, जुकाम आदि शामिल हैं। नाक बंद होने पर हम कुछ भी करने में असमर्थ हो जाते…
विषय-सूचि नस में दर्द को तंत्रिका दर्द या साइटिक दर्द भी कहा जाता है। साइनाटिका एक और शब्द है जो तंत्रिका दर्द के लिए उपयोग किया जाता है। यह दर्द…
विषय-सूचि छींक अक्सर असहजता का कारण बन जाती है लेकिन यह शरीर से बैक्टीरिया निकालने का बहुत भी लाभदायक तरीका होता है। छींक आने से नाक साफ़ हो जाती है…
विषय-सूचि यदि आप अपनी बार बार पेशाब जाने की आदत से परेशान हो चुके हैं तो यह समय है कि आप अपने चिकित्सक से परामर्श लेकर इसका उपाय पूछ लें…
विषय-सूचि बच्चों में बिस्तर गीला करने की आदत बहुत आम होती है। यह सोने के दौरान उनका अपने मूत्र पर नियंत्रण नहीं रख पाने के कारण होता है। यह ऐसा…
महिलाओं के मासिक धर्म चक्र में विभिन्न बिंदुओं पर योनि स्राव का अनुभव होता है। ज्यादातर मामलों में निर्वहन पूरी तरह से सामान्य होता है, लेकिन रंग और स्थिरता के…
विषय-सूचि आयुर्वेद में पाया जाने वाला सबसे उपयोगी सुगन्धित पदार्थ चन्दन होता है। चन्दन का तेल भी कई कारणों से इस्तेमाल किया जाता है। ऐसा पाया गया है कि जितना…
विषय-सूचि ग्लिसरीन और गुलाब जल के मिश्रण को त्वचा के लिए अम्रत माना जाता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि जहाँ ग्लिसरीन त्वचा को नमी पहुंचाता है वहीँ गुलाब जल…