लम्बे समय से विलम्ब होने के बाद राजस्थान सरकार आखिरकार गुरूवार से अपनी कृषि ऋण माफ़ी योजना शुरू करने जा रही है जैसा की इसने चुनावों में वादा किया था। बतादें की बीजेपी ने हाल ही में चेतावनी दी थी की यदि कोंग्रेस इस योजना की शुरुआत नहीं करती है तो वह इसके खिलाफ विरोध करेगी। विरोध शुरू होने से एक दिन पहले ही कांग्रेस ने इस योजना की शुरुआत कर दी है।
योजना के बारे में पूरी जानकारी :
कांग्रेस द्वारा इस योजना का वादा पिछले वर्ष हुए चुनावों में किया गया था। चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस ने इस योजना को शुरू करने में देरी कर दी थी। इसके चलते बीजेपी द्वारा हल ही में इसके विरोध की चेतावनी दी गयी थी। इससे कांग्रेस ने विरोध शुरू होने से एक दिन पहले ही इस योजना की शुरुआत कर दी है।
राजस्थान में सरकार ऋण माफ़ी की लागत की भरपाई कोऑपरेटिव बैंकों से लोन लेकर की जायेगी। इसकी लागत का अनुमान करीब 7000 करोड़ लगाया गया है।
योजना की यह होगी प्रक्रिया :
इस योजना के अगले एक महीने में तीन चरण आयोजित किये जायेंगे। इसके अंतर्गत सबसे पहले किसानो को ऑनलाइन पोर्टल पर आवेदन करना होगा जिसके बाद उनका आधार कार्ड से बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन किया जाएगा। इसके होने के बाद उन्हें लोन वेवर सर्टिफिकेट दे दिया जाएगा।
अभय कुमार जोकि कोआपरेटिव के निदेशक हैं, उन्होंने कहा कि राजस्थान में 120,000 किसानों ने अब तक पोर्टल पर पंजीकरण कराया है। “हमने 40,000 किसानों को आगे आने और बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण पूरा करने के लिए एसएमएस भेजा है। यह अगले 24 घंटों में किया जाएगा, ”उन्होंने कहा। सहकारिता विभाग, जो नोडल एजेंसी है, ने 33 प्रशासनिक जिलों में 6,500 स्थानों की पहचान की है जहां शिविर आयोजित किए जाएंगे। कुमार ने कहा, “यह पहली बार है जब ऋण माफी को एक इंटरैक्टिव प्रक्रिया के रूप में पेश किया गया है।”
कांग्रेस पर अपने चुनावी वादे को पूरा करने का भारी दबाव था। हालांकि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 19 दिसंबर को सैद्धांतिक रूप से ऋण माफ करने के फैसले की घोषणा की थी, लेकिन प्रशासन ने इसके लिए कोई सटीक तारीख नहीं दी थी। अब बीजेपी की तरफ से बढ़ते दबाव के चलते कांग्रेस ने यह निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का बयान
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत नें इस बारे में कहा,
कर्जा माफ़ी का राहुल गांधी जी ने जो वादा किया था उसे पूरी तरह से निभाने के लिए हमारी सरकार तैयार है, फैसला कर चुकी है और हम लोग कल से कैंप लगाना शुरू कर देंगे। हमारे तमाम जो मंत्रीमंडल के साथी हैं वो जिलों के अंदर जाएंगे और कर्जा माफ़ी का शुभारम्भ करेंगे।
कर्जा माफ़ी का राहुल गांधी जी ने जो वादा किया था उसे पूरी तरह से निभाने के लिए हमारी सरकार तैयार है, फैसला कर चुकी है और हम लोग कल से कैंप लगाना शुरू कर देंगे। हमारे तमाम जो मंत्रीमंडल के साथी हैं वो जिलों के अंदर जाएंगे और कर्जा माफ़ी का शुभारम्भ करेंगे। #Rajasthan pic.twitter.com/usNvzix0PP
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) February 6, 2019