विश्व में सबसे बड़े क्रिकेट टूर्नामेंट – 2019 आईसीसी विश्व कप के लिए उलटी गिनती शुरू हो गई है, जिसमें भारतीय टीम की पूरी नजर है और अपनी टीम के साथ संतुष्ट है। हालांकि मध्य-क्रम में अभी भी कुछ चिंताए है लेकिन गेंदबाजी अतिक्रमण पूरी तरीके से तैयार है। इंग्लैंड और वेल्स में होने वाले मार्की इवेंट में भारत के पेस अटैक का नेतृत्व जसप्रीत बुमराह द्वारा किया जाएगा, जो पिछले कुछ महीनो से सभी प्रारूपो में शानदार प्रदर्शन करते आए है।
दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर का मानना है कि जसप्रीत बुमराह आगामी विश्वकप के लिए टीम की एक महत्वपूर्ण संपत्ति है और विपक्षी टीम के बल्लेबाजो के लिए वह बहुत खतरा पैदा करने वाले है। पिछले कुछ महीनो से, बुमराह ने अपने आप को तीनो प्रारूपो में टॉप गेंदबाज बनाया है और उन्होने अपनी बेल्ट के नीचे बहुत विकेट चटकाए है। वह इस समय आईसीसी एकदिवसीय गेंदबाजो की रैंकिंग लिस्ट में शीर्ष पर बने हुए है और उन्हे आईसीसी की 2018 टेस्ट और वनडे टीम में भी जगह मिली है।
सचिन, जिन्होंने बुमराह को इंडियन प्रीमियर लीग में मुंबई इंडियंस में अपनी सफलता से भारतीय क्रिकेट में रैंकों के माध्यम से बढ़त हासिल करते हुए देखा, उन्हें भारतीय गेंदबाजी आक्रमण में एक मुख्य आधार के रूप में देखा गया, उन्होंने कहा कि वे प्रारूपों के दौरान पेसर की सफलता से हैरान नहीं थे और हमेशा से जानते थे वह दुनिया भर के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों को परेशान करेगा।
स्टारस्पोर्टस से बात करते हुए सचिन ने कहा, ” मैं उनकी सफलता से हैरान नही हूं। उनके साथ समय बिताने और सुधार करने और सीखने के उनके सच्चे और ईमानदार प्रयासों को देखा है। मुझे हमेशा से पता था वह पूरे विश्व में बल्लेबाजो को उकसाएंगे।”
उन्होंने कहा, “मैंने करीबी तेवरों से देखा है कि वह कैसे सुधार करते हैं। 2015 में, मैंने युद्ध जीतने की उनकी क्षमता देखी थी। बल्लेबाजी में केन विलियमसन के साथ, मैंने कहा था कि बुमराह अपनी पहचान बनाएंगे। मुझे खुशी है कि वह खुश हैं।”
बुमराह ने पिछले साल जनवरी में दक्षिण-अफ्रीका के खिलाफ अपने टेस्ट डेब्यू किया था, जहां वह लाल गेंद से सबको प्रभावित करने में सफल रहे। उन्होने इंग्लैंड के खिलाफ भी अपने फार्म को बरकरार रखा और हाल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्होने सीरीज में सबसे ज्यादा विकेट चटकाए। बुमराह ने साल 2018 में खेले 10 टेस्ट मैचो में 49 विकेट अपने नाम किए और एक प्रीमियर गेंदबाज के रूप में अपना नाम उछाला।