मालदीव की रक्षा मंत्री मारिया दीदी ने कहा कि मुल्क में भारतीय सैनिकों की मौजूदगी से चिंता का कोई कारण नही है, मालदीव नेशनल डिफेंस फ़ोर्स के पास पूर्ण नियंत्रण है। मारिया दीदी ने भारत को अपनी सरकार की तरफ से अभिवादन किया की भारत ने मुल्क को दो ध्रुव एडवांस लाइट हेलिकॉप्टर दिए थे। साथ ही भारत इन विमानों के रखरखाव और पायलट का खर्चा उठा रहा है।
मारिया बीबी ने कहा कि “मुल्क की रक्षा फ़ोर्स का इन विमानों पर पूर्ण नियंत्रण हैं। मुझे भारतीय पायलटों से कोई चिंता नही है क्योंकि वे हमेशा मालदीव के नियंत्रण और कमांड में रहते हैं। हमें पायलट का शुक्रिया अदा करना चाहिए क्योंकि वह अपनी जान जोखिम में डालते हैं, खराब मौसम में भी उड़ान भरते हैं क्योंकि उन्हें खतरनाक द्वीपों पर फंसे मालदीव के नागरिकों को बचाना होता है और उन्हें अस्पताल पंहुचाना होता है।”
उन्होंने कहा कि मुझे बहुत दुख है कि मालदीव के नागरिक पायलट की ट्रेनिंग के लिए तैयार नही हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि मालदीव को हमेशा एक छोटे द्वीप के राज्य के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए, बल्कि एक समुंद्री राज्य के रूप में भी देखना चाहिए।
मारिया बीबी ने कहा कि 1000 द्वीप दुनिया मे है लेकिन हम महत्वपूर्ण हैं। यहां रक्षा और पुलिस का व्यापक स्तर है। समुंद्री सुरक्षा हमारे लिए बेहद जरूरी है। भारत के साथ समझौते करने से हमारी समुद्री सुरक्षा में अधिक सुधार होगा।
हाल ही में मालदीव के राष्ट्रपति ने कहा कि हमारा एक संप्रभु राष्ट्र है और हिन्द महासागर में हिमे हमारी भूरणनीतिक स्थिति ज्ञात है। हिन्द महासागर में शांति और स्थिरता कायम रखने की जरूरत से हम भी सचेत हैं, खासकर जब व्यापार, आवाजाही और भूराजनीतिक तनाव उठते हैं। हम भारत के साथ सुरक्षा हित साझा करते हैं और किसी को भी अपने देश का इस्तेमाल नही करने देंगे ।