महाराष्ट्र ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स के दूसरे संस्करण में 228 मेडल अपने नाम किए है, जिसमें से सिर्फ 85 स्वर्ण पदक है। यही नही इस दूसरे सीजन में सबसे ज्यादा पदक हासिल करने वाले महाराष्ट्र ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स की ट्रॉफी भी अपने नाम की। मेजबान महाराष्ट्र ने अपने नाम 62 रजत पदक और 81 कांस्य पदक भी अपने नाम किए है, जिसकी बदौलत वह पदक तालिका में हरियाणा और दिल्ली से आगे थे। हरियाण, दूसरे स्थान पर रही, जिसमें उन्होने 62 स्वर्ण पदक, 56 रजत पदक और 60 कांस्य पदक हासिल किए। दिल्ली को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ, जिसमें उनके नाम 48 स्वर्ण पदक, 37 रजत पदक और 51 कांस्य पदक शामिल थे।
अंतिम दिन, 15 स्वर्ण पदक दांव पर थे और उनमें से आठ तीरंदाजी में थे, जिसमें मेजबान महाराष्ट्र, झारखंड और हरियाणा ने दो-दो जबकि दिल्ली और पंजाब ने एक-एक जीता था।
हरियाण ने हॉकी में अच्छा प्रदर्शन किया, जहां लड़कियो ने अंडर-21 का फाइनल मैच जीता, उन्होने हॉकी के चार फाइनल मैचो में तीन गोल्ड मेडल अपने नाम किए। जबकि उत्तर-प्रदेश, पश्चिम बंगाल और केरल ने वॉलीबाल में अपने नाम एक-एक गोल्ड मेडल किया।
गुजरात के मानुष शाह अंडर -21 टेबल टेनिस में एकल चैंपियन के रूप में उभरे, जबकि पश्चिम बंगाल की सौभी पटवारी ने गर्ल्स अंडर -21 एकल जीता।
श्री शिव छत्रपति स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आयोजित समापन समारोह में जोरदार तालियों की गड़गड़ाहट के बीच टीम महाराष्ट्र के सदस्यों और अधिकारियों ने एचआरडी मंत्री प्रकाश जावेड़कर, भारत सरकार के केंद्रीय मंत्री और खेल और युवा कल्याण मंत्री, महाराष्ट्र के विनोद तावड़े से ट्रॉफी प्राप्त की।
खेल प्राधिकरण की महानिदेशक नीलम कपूर ने बताया कि यह महाराष्ट्र सरकार और सैकड़ों स्वयंसेवकों का जबरदस्त प्रयास था, जिन्होंने खेलों को इतना सफल बनाया।
उन्होने कहा, ” खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2019, में करीब 10 हजार लोगो ने भाग लिया। जिसमें 5925 से ज्यादा एथलीट, 1096 सहयोगी स्टाफ, 893 तकनीकी स्टाफ, 36 शेफ-डी-मिशन्स, 1010 स्वयंसेवक और 1500 से अधिकारी शामिल थे। इससे पहले साल 2018 में इसके आधे 5500 लोग शामिल थे।