बुलंदशहर हिंसा के मुख्य दोषी और भारतीय जनता युवा मोर्चा नेता शिखर अग्रवाल को उत्तर प्रदेश पुलिस ने हापुड़ से गिरफ्तार कर लिया है और इस वक़्त वे पुलिस हिरासत में है। इस हिंसा में एक पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह और एक युवा सुमित कुमार की हत्या हो गयी थी।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अग्रवाल के ऊपर खेतों में गाय की हड्डियों के मिलने पर भीड़ को भड़काने का आरोप लगा हुआ है। इस दौरान, बजरंग दल के नेता योगेश राज जो इस मामले में दूसरे दोषी हैं, उन्हें भी हाल ही में गिरफ्तार किया गया था। पुलिस को राज के छिपने की खबर बुलंदशहर से ही पता चली थी।
पुलिस ने पहले जम्मू और कश्मीर के सैनिक जीतू फौजी को भी बुलंदशहर हिंसा मामले में गिरफ्तार कर लिया था मगर बाद में उन्होंने स्वीकार किया कि उनके पास जीतू के खिलाफ कोई पुख्ता सबूत नही हैं। मगर साथ ही ये भी बताया कि उन्हें पूरा यकीन है कि जीतू हिंसा के दौरान अपराध स्थल पर ही मौजूद थे।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि भीड़ हत्या एक सोची समझी और अच्छी तरीके से रची गयी एक राजनीतिक साजिश है।
बजरंग दल ने ये दावा किया था कि खेत में पाए गए मवेशी शव एक विशिष्ट समुदाय के सदस्यों द्वारा मारे गए गायों के थे। इसी के बाद, भीड़ भड़क गयी और हिंसा शुरू हो गयी जिसमे दो लोगों की हत्या का मामला सामना आया।