रविवार वाले दिन पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मेघालय के पूर्वी जैंतिया हिल्स में एक अवैध कोयले की खदान ढहने की वजह से लगभग दो खनिकों की मौके पर ही मौत हो गयी। अभी इससे पहले इसी जिले में 25 दिन पहले एक और खदान में लोग 15 फंस गए थे जिनके लिए बचाव कार्य जारी है।
हाल ही में हुई दुर्घटना, जिला मुख्यालय से 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित जलियाह गाँव के मूकनोर में हुई है। इस दुर्घटना का पता तब चला जब मरे हुए खनिकों में से एक(जिसका नाम एलाद बरेह है) के रिश्तेदार ने पुलिस को उनके शुक्रवार से गायब होने की सूचना दी।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सिल्वेस्टर नोंगटनगर ने बताया-“खोज शुरू की गयी और उनका शव एक ‘रैट-होल’ कोयला खदान के आगे मिला। जब खदान के अन्दर और खोज की गयी तो हमें एक और शव मिला। दूसरे आदमी का नाम मोनोज बसुमत्री था। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि बोल्डर ने उन्हें टक्कर मार दी जब वे कोयला निकालने की कोशिश कर रहे थे।”
उन्होंने आगे बताया कि इस अवैध कोयला खदान के मलिक की वे खोज कर रहे हैं।
वही दूसरी तरफ, सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति बीके कटेकी की अध्यक्षता वाले न्यायिक पैनल द्वारा मेघालय में कोयला खनन प्रतिबंध के बड़े पैमाने पर उल्लंघन के दिनों के बाद, नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने शुक्रवार को पर्यावरण को बहाल करने के लिए केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के पास राज्य सरकार से 100 करोड़ रुपये जमा करने के लिए कहा है। ये मेघालय पर जुर्माना है जो अवैध खनन पर रोक ना लगा पाने के कारण लगाया गया है।