Wed. Oct 9th, 2024
    पाकिस्तान जेल में कैद हामिद अंसारी

    पाकिस्तान की जेल से छह साल बाद रिहा हुए हामिद अंसारी ने भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात की थी। हामिद अंसारी भारत में एक सॉफ्टवेयर इंजिनियर था, जो एक ऑनलाइन दोस्त से मुलाकात के लिए अफगानिस्तान के मार्ग से अवैध तरीके से पाकिस्तान में दाखिल हुआ था।

    शुक्रिया, विदेश मंत्री

    हामिद अंसारी की माता फौजिया ने विदेश मंत्री को गले लगाया और अपने पुत्र को वापस लाने की खुसी में आभार व्यक्त किया था। फौजिया ने नाम आंसुओं से कहा “मेरा भारत महान, मेरी मैडम महान, मेरी मैडम ने ये सब कुछ किया है।” अधिकारीयों के मुताबिक हामिद अंसारी पाकिस्तान से छह कठिन वर्ष गुजारने के बाद भारत वापस आकर भावुक हो गया था।

    हामिद अंसारी अपनी माता और अन्य परिवारजनों के साथ सुषमा स्वराज से मुलाकात के लिए आये थे, जिन्होंने पाकिस्तान के समक्ष इस मसले को उठाया था।

    दुआ कबूल हुई

    हामिद अंसारी की वापसी से पूर्व उनकी मां फौजिया ने पत्रकारों से कहा कि हामिद के परिवार और सलामती की दुआ करने वाले शुभचिंतकों के कारण आज वह वापस सुरक्षित वतन लौट रहा है। उन्होंने कहा कि मैं बहुत खुश हूँ, ओनी भावनाओं क जाहिर करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं। हामिद के पिता निहाल अंसारी ने कहा कि यह हमारी के नई शुरुआत हैं।

    सैन्य हिरासत में था हामिद

    गुरूवार को पेशावर की अदालत ने पाकिस्तान सरकार को हामिद को वापस भेजने की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए एक माह की समय सीमा दी थी। मां फौजिया अंसारी ने अदालत में याचिका दायर कर जानकारी दी थी कि हामिद अंसारी पाकिस्तान की हिरासत में हैं और उस पर सैन्य अदालत में कार्रवाई चल रही है।

    ऑनलाइन दोस्त के चक्कर में गिरफ्तार हुआ हामिद

    सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान में स्थित भारतीय उच्चायोग हामिद अंसारी को वाघा बॉर्डर तक लाने के इंतजामात किया था। 33 वर्षीय हामिद अंसारी को साल 2012 में पकिस्तान के ख़ुफ़िया विभाग ने गिरफ्तार कर लिया था। हामिद अफगानिस्तान के मार्ग से पाकिस्तान सीमा को पार करने की कोशिश कर रहा था, उसके मुताबिक वह अपनी ऑनलाइन दोस्त से मिलने के लिए पाकिस्तान जाना चाहता था।

    पाकिस्तान की सैन्य अदालत ने साल 2015 में अवैध पहचान पत्र रखने के कारण हामिद अंसारी को तीन वर्ष की सज़ा सुनाई थी। इसी वर्ष 15 दिसम्बर को हामिद को पेशावर की जेल में कैद कर दिया था।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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