आईपीएल का पहला सत्र साल 2008 में खेला गया था, जिसके बाद इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) दुनिया की सबसे लोकप्रिय फ्रेंचाइजी में से एक बन गया है। प्रत्येक वर्ष आगे बढ़ने के बाद, इस टूर्नामेंट से कई प्रतिभाशाली खिलाड़ी सामने आए है, जिससे खिलाड़ियो ने पहले इस टूर्नामेंट में सुर्खिया बटौरी और फिर अपने देश के लिए खेलते हुए बहुत नाम कमाया।
आईपीएल के कारण विदेशी टीमो के साथ-साथ भारतीय टीम को भी अपनी टीम के लिए प्रतिभाशाली खिलाड़ी चुनने में बहुत मदद मिली। मुंबई इंडियंस की टीम जिन्होनें आईपीएल के खिताब पर अबतक तीन बार कब्जा कर रखा है, उनकी टीम पिछले कुछ सालो में कुछ प्रतिभाशाली खिलाड़ियो को सामने लाए है। आईपीएल से अपना करियर बनाने वाले उन खिलाड़ियो में हार्दिक पांड्या का नाम भी शामिल है।
हार्दिक पांड्या ने घरेलू क्रिकेट में भी अच्छा प्रदर्शन किया है, ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पॉन्टिंग जो पहले मुंबई इंडियंस की टीम के कोच थे, उन्होने हार्दिक पांड्या के अंदर कुछ विशेष देखा और अपने तरीको से उन्होने हार्दिक पांड्या को वर्ल्ड-क्लास क्रिकटर में परिवर्तित किया। पॉन्टिंग जब मुंबई की टीम के सलाहार थे, तब हार्दिक पांड्या ने अपने खेल में बदलाव लाना शुरु किया था और वह मुंबई की टीम से एक हार्ड-हिटर बल्लेबाज बने। जब आईपीएल में पांड्या आग उगल रहे थे तो पंड्या को भारत की राष्ट्रीय टीम से खेलने का मौका मिला और वह एक ऑलराउंडर के रुप में टीम में शामिल हुए।
पांड्या ने रिकी पॉन्टिंग की प्रशंसा करते हुए कहा था ” रिकी एक ऐसे व्यक्ति हैं जो हमेशा शानदार रहे है, हां मेरा अंतरराष्ट्रीय करियर धोनी की कप्तानी में शुरु हुआ, लेकिन वास्तविक करियर जो मुझे लगता है कि लोग जिसके बाद मेरे ऊपर ध्यान देने लेगे मुझे लगता है वह रिकी पॉन्टिंग की वजह से सामने आया। उन्होने मेरा समर्थन किया मेरे अंदर कुछ देखा आपको अवसरो की जरुरत रहेती है, जो कि मेरे को रिकी से मिला। जिसकी बाद मैंने स्वतंत्र रुप से क्रिकेट खेला इससे पहले मैं एक अलग खिलाड़ी था।”
मुंबई की टीम को पॉन्टिंग के एक सलाहकार बनने के रुप में आशीर्वाद मिला था, जो कि विश्व क्रिकेट में सबसे तेज दिमाग वालो में से एक है, पांड्या ने यह भी कहा की रिकी पॉन्टिंग मेरे साथ छोटे भाई की तरह व्यवहार करते थे और उन्होने मुझे खेल के कई महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में भी बताया।
पांड्या जो कि इस समय अब मुंबई इंडियंस की टीम का एक मजबूत स्तंभ बन गए है, उनकी फ्रेंचाइजी ने उनको अगले सीजन के ऑक्शन से सुरक्षित कर रखा है। पांड्या अभी तक इस साल सितंबर में लगी एशिया कप के दौरान चोट के कारण टीम से बाहर थे, उन्हे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आखिरी दो टेस्ट मैचो के लिए टीम में चुना गया है।
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