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    अमेरिकी विदेश राज्य सचिव माइक पोम्पेओ

    पत्रकार जमाल खशोगी हत्याकांड की जांच अमेरिका की जांच एजेंसी द्वरा जारी है। अमेरिका के राज्य सचिव माइक पोम्पेओ ने कहा कि ट्रम्प प्रशासन का बचाव किया और सऊदी अरबी को ईरान के खिलाफ अपना महत्वपूर्ण सहयोगी बताने पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि जांच में इस हत्या के तार सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस तक जुड़ते दिखाई नहीं देते हैं। हालांकि जांच एजेंसी के मुताबिक क्राउन प्रिंस ने ही पत्रकार की हत्या के हुक्म दिए थे।

    विदेश समिति की अगली अध्यक्ष डेमोक्रेटिक की प्रतिनिधि एलियट एंजेल होंगे। उन्होंने कहा कि सऊदी अरब के व्यवहार के सभी पहलुओं की सुनवाई आगामी वर्ष से शुरू हो जाएगी। उन्होंने कहा कि इन परिस्थितियों के लिए सभी नेता जिम्मेदार हैं और अबभी भी हमें जड़ में जाने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि सऊदी अरब महत्वपूर्ण है लेकिन हम मुंह फेरकर सिर्फ व्यापार से समबन्धित बात नहीं सोच सकते हैं।

    जमाल खशोगी की हत्या के बाद अमेरिका की कांग्रेस के कई सांसदों ने, यहाँ तक कि डोनाल्ड ट्रम्प के समर्थकों ने सऊदी अरब की आलोचन की थी। साथ ही यमन में सऊदी के नेतृत्व में जारी सैन्य अभियान की भी निंदा की थी। सीनेट में इस सप्ताह यमन में सऊदी अरब के लडाकू विमानों में ईंधन भरने से सम्बंधित प्रस्ताव पर मतदान होगा, डोनाल्ड ट्रम्प के 14 सांसदों ने उनका साथ छोड़कर डेमोक्रेट्स का दिया है ताकि इस प्रस्ताव को आगे बढ़ाया जा सके।

    विदेश समिति के रिपब्लिकन सांसद बॉब कोर्केर ने कहा कि वह मंगलवार को पत्रकार की हत्या में सऊदी प्रिंस की निंदा के लिए एक प्रस्ताव लायेंगे।

    माइक पोम्पेओ ने कहा कि सीआईए की जांच की रिपोर्ट त्रुटिपूर्ण है। उन्होंने कहा कि जमाल खशोगी की हत्या से सम्बंधित कई तथ्यों को खंगालना अभी शेष है। उन्होंने कहा कि इस हत्या की तार क्राउन प्रिंस के साथ जुड़ने के समर्थन में अभी कोई सबूत नहीं मिले हैं। अमेरिका ने पत्रकार की हत्या के 17 संदिग्धों पर आर्थिक प्रतिबन्ध लगाया था।

    इन प्रतिबंधों के बाबत माइक पोम्पेओ ने कहा कि अमेरिका पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या में संलिप्त दोषियों के खिलाफ कार्रवाई जारी रखेगा।

    डोनाल्ड ट्रम्प ने पत्रकार की हत्या की निंदा की थी लेकिन पक्ष सऊदी अरब का लिया था। उन्होंने कहा कि क्राउन प्रिंस सऊदी अरब के नेता हैं और अमेरिका और सऊदी अरब एक मज़बूत साझेदार है।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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