महाराष्ट्र में आदमखोर बाघिन को मार गिराने के बाद राजनीति तेज हो गई है। केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने महाराष्ट्र के पर्यावरण और वन मंत्री सुधीर मुंगांतिवार पर निशाना साधते हुए बाघिन अवनि (टी 1) की हत्या को बर्बर करार दिया।
It is nothing but a straight case of crime. Despite several requests from many stakeholders, Sh @SMungantiwar, Minister for Forests, #Maharashtra, gave orders for the killing. #Justice4TigressAvni
— Maneka Sanjay Gandhi (@Manekagandhibjp) November 4, 2018
मेनका गाँधी के बयान के एक दिन बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि यदि इस बाघिन के शिकार में कोई चूक हुई है तो इसकी जांच की जायेगी।
बाघिन अवनी (टी1) को यवतमाल जिले में शूटर असगर अली ने शुक्रवार की रात गोली मार दी थी। इस बाघिन पर आरोप था कि ये आदमखोर है और इसने 14 लोगों का शिकार किया था।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि उन्होंने (मेनका) बर्बर शब्द का इस्तमाल किया है। हम उनकी भावनाओं को समझते हैं। अवनी की मौत से पशु प्रेमियों की भावना आहत हुई है। ये बहुत ही मुश्किल निर्णय था। नियमों का सही से पालन हुआ या नहीं इसकी जांच की जायेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रारंभिक रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि पहले अवनी को जिन्दा पकड़ने की कोशिश की गई। लेकिन जब उसने हमला किया तो उसे मारना पड़ा। उन्होंने कहा कि इस हत्या के बाद कोई भी खुश नहीं है। फारेस्ट डिपार्टमेंट को ये निर्णय मजबूरी में लेना पड़ा जब बाघिन ने 13-14 लोगों को मार डाला। अगर किसी के मन में कोई शंका है तो उसकी जांच की जायेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘हम बाघों की आबादी में वृद्धि और वन्यजीवन संरक्षण के बारे में बात करते हैं, और फिर दुर्भाग्यवश ऐसा निर्णय लेना पड़ता है। बाघ बहुत ही सज्जन है। वह केवल तभी हमला करता है जब उसके अधिकार क्षेत्र का उल्लंघन किया जाता है। मेरे पास प्रारंभिक रिपोर्टों है जिसमे कहा गया है कि बाघ ने वन विभाग की टीम पर हमला किया और उसे आत्मरक्षा में गोली मार दी गई।
शिकार के लिए शिकारी असगर अली की नियुक्ति पर भरी विवाद है। मुख्यमंत्री ने इस विवाद पर कहा कि इसका निर्णय वन विभाग की तरफ से लिया गया। किसी भी प्रकार की शंका के समाधान के लिए जांच की जायेगी।
मेनका गाँधी ने ट्वीट के जरिये महाराष्ट्र के वन और पर्यावरण मंत्री मुंगांतिवार पर कई आरोप लगाए। उन्होंने कहा ‘इससे पहले उनके निर्देशों पर एक दर्जन तेंदुए और 300 जंगली सूअर मारे गए थे। मुझे आश्चर्य है कि ऐसा व्यक्ति एक मंत्री के पद पर बैठा है। हर बार जब उन्होंने हैदराबाद के शूटर शफात अली खान का इस्तेमाल किया और इस बार शफात के बेटा का इस्तेमाल किया । उसका बेटा मारने के लिए अधिकृत नहीं था।’
Every time he has used Hyderabad-based shooter Shafat Ali Khan, and this time his son has also appeared in the scene illegally to murder the tigress. #Justice4TigressAvni
— Maneka Sanjay Gandhi (@Manekagandhibjp) November 4, 2018
मेनका के आरोपों पर पलटवार करते हुए मुंगांतिवार ने कहा कि ड्राइंग रूम में बैठ कर जमीनी हकीकत का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता। मेनका के पास जानकारी का अभाव है।