हैदराबाद में भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय सम्मलेन को सम्बोधित करते हुए अमित शाह ने विपक्षी पार्टियों के महागठबंधन को ‘ढकोसला’ करार दिया।
अमित शाह ने विपक्षी पार्टियों पर तीखा हमला करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जहाँ ‘मेकिंग इण्डिया’ के लिए काम कर रहे हैं वहीँ विपक्षी पार्टियां ‘ब्रेकिंग इण्डिया’ के लिए।
एक तरफ प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के रूप में 'मेक इन इंडिया' को समर्पित एक निर्णायक नेतृत्व है तो वहीं दूसरी ओर नीति, नीयत, नेतृत्व और सिद्धांत विहीन 'ब्रेकिंग इंडिया' की तुच्छ राजनीति करने वाला महागठबंधन। pic.twitter.com/d3GhFHsa9x
— Amit Shah (@AmitShah) October 28, 2018
शाह ने कहा ‘मोदी गरीबी हटाने की बात करते हैं, बेरोजगारी और असुरक्षा हटाने की बात करते हैं जबकि विपक्षी सिर्फ मोदी को हटाने की बात करते हैं। महागठबंधन के पास ना तो कोई नेता है, ना पॉलिसी है और ना कोई उद्देश्य। वो बस जैसे तैसे मोदी को हटा कर सत्ता पाना चाहते हैं।’
आज हमारे देश में दो विचारधाराएं स्पष्ट रूप से दिखाई देती है एक भारतीय जनता पार्टी है जो प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में देश के विकास के लिए परिश्रम कर रही और दूसरा एक सत्ता पाने के लालच में महागठबंधन बना है जिसका नेतृत्व कौन कर रहा है वो भी तय नहीं है। pic.twitter.com/xlLCFvf3Qc
— Amit Shah (@AmitShah) October 28, 2018
अमित शाह ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी पर हमला बोलते हुए कहा कि जिनलोगों को महाराष्ट्र पुलिस नक्सल समर्थक होने के आरोप में गिरफ्तार करती है, राहुल जी उन्ही लोगों के समर्थन में बयान देते हैं। शाह ने कहा ‘राहुल जी, जो भी देश विरोधी नारे लगाएगा और देश विरोधी कृत्य करेगा वो सलाखों के पीछे जाएगा।’
मोदी सरकार की साढ़े 4 साल की उपलब्धियों पर सवाल उठाने को लेकर भी शाह ने राहुल गांधी को आड़े हाथों लिया। शाह ने कहा कि जिनकी 4 पीढ़ियों ने 60 साल राज करने के बावजूद गरीबों के लिए कुछ नहीं किया उन्हें कोई हक़ नहीं बनता हमारी उपलब्धियों पर सवाल उठाने का।
शाह ने कहा कि सरकार ने कई ऐसी योजनाएं लॉन्च की है जो गरीबों, महिलाओं, किसानो, दलितों और आदिवासियों के फायदे के लिए है। उन्होंने युवा मोर्चा के सदस्यों से आह्वान किया कि वो जनता के बीच जाएँ और सरकार के लाभकारी योनाओं के बारे में उन्हें जागरूक करें।
NRC मुद्दे पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि राहुल बाबा को घुसपैठियों के मानवाधिकार की ज्यादा चिंता है लेकिन हमारी सरकार को हमारे सुरक्षा बालों के मानवाधिकार की चिंता है। बीजेपी 2019 में दुबारा सत्ता में आएगी तो घुसपैठियों को चुन चुन कर देश से बाहर निकालेगी।