आजकल हरियाणा और पंजाब में पुलिस हाई अलर्ट पर है। दोनों राज्यों में पुलिस के अलावा भारी संख्या में अर्धसैनिक बलों की तैनाती कर दी गई है। यह सारी तैयारियाँ किसी विदेशी या आतंकी हमले से निपटने के लिए की जा रही किसी “मॉकड्रिल” का हिस्सा नहीं हैं बल्कि हकीकत है। फर्क बस इतना है कि इस कहानी के पीछे की हकीकत थोड़ी जुदा है। यह सारी तैयारियाँ पंचकूला की सीबीआई अदालत द्वारा शुक्रवार, 25 अगस्त को सुनाये जाने वाले फैसले के मद्देनजर की जा रही है। संत राम रहीम पर लगे साध्वी के यौन शोषण के आरोपों पर कल पंचकूला की सीबीआई अदालत अपना फैसला सुनाएगी। फैसले के बाद हालात को काबू करने के लिए दोनों राज्य की सरकारों और केंद्र ने भी कमर कस ली है।
बता दें कि डेरा सच्चा सौदा प्रमुख संत गुरमीत राम रहीम पर लगे साध्वी से रेप के आरोपों पर कल पंचकूला की सीबीआई अदालत अपना फैसला सुनाएगी। पंजाब से लेकर हरियाणा तक में बड़े, बुजुर्ग और बच्चे सड़कों पर आ गए हैं और उनका कहना है कि वो अपने बाबा का बाल भी बांका नहीं होने देंगे। दोनों ही राज्यों में पुलिस की हालत पस्त है और किसी को भी समझ नहीं आ रहा है कि यह क्या हो रहा है। कोई सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहा है, कोई धमकी दे रहा है तो कोई हाथों में हथियार उठाये नजर आ रहा है। पंचकूला को किले में तब्दील कर दिया गया है पर बाबा के समर्थकों के रुख को देखते हुए यह कहना मुश्किल है कि कब तक यह दुर्ग अभेद्य रह सकेगा।
विवादों से हैं पुराना नाता
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख संत गुरमीत राम रहीम का विवादों से पुराना नाता रहा है। उनके नाम पर हरियाणा के सिरसा जिले में करीब 700 एकड़ की कृषि योग्य भूमि है। डेरा सच्चा सौदा में साधु रहे हंसराज चौहान ने 17 जुलाई 2012 को हाईकोर्ट में याचिका दायर कर राम रहीम पर 400 साधुओं को नपुंसक बनाने का आरोप लगाया था। उन्होंने 166 साधुओं के नाम भी बताये थे जो उनके साथ इस प्रताड़ना के शिकार हुए थे। उन्होंने कहा था कि भगवान के दर्शन होने की बात कहकर उनके इशारे पर डॉक्टरों की टीम साधुओं को नपुंसक बनाती है। सिख समाज ने भी उन पर गुरु गोविन्द सिंह की पोशाक के अपमान करने का आरोप लगाया था। इसके अतिरिक्त उन पर फिल्म के माध्यम से लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत करने का भी आरोप लग चुका है। उन पर गैर इरादतन हत्या और हत्या के प्रयास जैसे संगीन जुर्म भी दर्ज हैं।
मोदी कर चुके हैं तारीफ़, शाह-सुषमा ने की थी मुलाक़ात
पंजाब और हरियाणा प्रांतों में डेरा सच्चा सौदा की अच्छी पकड़ है। अनुमानतः कहा जाता है कि डेरा प्रमुख के पूरी दुनिया में 5 करोड़ अनुयायी हैं और उनमें से 1 करोड़ सिर्फ हरियाणा और पंजाब में हैं। इस लिहाज से दोनों राज्यों की राजनीति पर डेरा का सीधा प्रभाव रहता है। 2014 में हरियाणा में विधानसभा चुनावों के दौरान प्रचार करने पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी डेरा सच्चा सौदा द्वारा चलाए जा रहे सामाजिक सुधार के कार्यों की तारीफ़ की थी।
2014 के हरियाणा विधानसभा चुनावों के दौरान खुद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज बाबा राम रहीम के डेरे पर पहुँचे थे और उनसे मुलाक़ात की थी। यह मुलाक़ात कारगर साबित हुई थी और चुनाव के 3 दिन पूर्व डेरा सच्चा सौदा ने हरियाणा और महाराष्ट्र में भाजपा को समर्थन देने की बात कही थी। इस अपील का चुनावों में प्रत्यक्ष असर देखा गया था और भाजपा दोनों ही राज्यों में बहुमत से सरकार बनाने में सफल रही थी।
हरियाणा की 3 दर्जन विधानसभा सीटों पर है पकड़
हरियाणा के 9 जिलों की 3 दर्जन विधानसभा सीटों पर डेरा प्रमुख बाबा राम रहीम की अच्छी पकड़ है। इन सीटों पर उनके अनुयायिओं की संख्या कुल मतदाताओं की संख्या के 30-70 फ़ीसदी तक है। ऐसे में उनके एक इशारे पर आसानी से इन मतों का ध्रुवीकरण हो सकता है। हरियाणा में अकेले उनके तकरीबन 25 लाख अनुयायी हैं। इससे पूर्व उनके समर्थन से कांग्रेस और इनेलो सत्ता हासिल करने में कामयाब रही थी। इस रसूख की वजह से ही उन्हें हरियाणा की राजनीति का “गॉडफादर” भी कहा जाता है।
पंजाब के मालवा क्षेत्र पर है पकड़
डेरा प्रमुख की पंजाब के मालवा क्षेत्र पर अच्छी पकड़ है। पंजाब की कुल 117 विधानसभा सीटों में से 65 सीटें मालवा क्षेत्र में आती हैं। पंजाब में बाबा राम रहीम के समर्थकों की कुल संख्या तकरीबन 75 लाख है। इन सभी सीटों पर उम्मीदवारों की हार-जीत में डेरा समर्थक बड़ी भूमिका अदा करते हैं। इसी वजह से पंजाब में होने वाले चुनावों से पहले सभी दलों के नेता डेरा सच्चा सौदा की चौखट पर मत्था टेकने आते हैं। 2007 के विधानसभा चुनाव और 2009 के लोकसभा चुनावों में डेरा ने परोक्ष रूप से कांग्रेस का समर्थन किया था और उसे 65 में से 37 सीटों पर जीत मिली थी।
कई मंत्री दे चुके हैं डेरा सच्चा सौदा को अनुदान
बाबा राम रहीम के आश्रम की चौखट पर हरियाणा सरकार के कई मंत्रियों को देखा जा सकता है। ये सभी मंत्री सक्रीय रूप से डेरा सच्चा सौदा को अनुदान भी देते रहे हैं। हरियाणा के शिक्षा मंत्री राम विलास शर्मा ने डेरा प्रमुख के जन्मदिन पर 51 लाख रूपये का अनुदान दिया था। राज्य में रुमाल छू प्रतियोगिता को बढ़ावा देने के लिए राज्य के खेल मंत्री अनिल विज ने 50 लाख रूपये का अनुदान दिया था। वहीं सहकारिता राजयमंत्री मनीष ग्रोवर ने डेरा सच्चा सौदा को खेल लीग के दौरान 11 लाख रूपये का अनुदान दिया था। केंद्रीय खेल मंत्री विजय गोयल भी डेरा सच्चा सौदा को स्टेडियम बनाने के लिए 30 लाख रूपये की मदद कर चुके हैं।
विदेशों तक फैला है डेरा सच्चा सौदा का साम्राज्य
डेरा सच्चा सौदा का साम्राज्य केवल पंजाब, हरियाणा या देश में ही नहीं वरन विदेशों तक फैला हुआ है। देश के भीतर हरियाणा और पंजाब के अलावा डेरा केम शाखाएं राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, उड़ीसा, महाराष्ट्र और गुजरात में फैली हुई हैं। वहीं विदेशों में इसकी शाखाएं अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और यूएई तक फैली हुई हैं। पूरी दुनिया में बाबा संत गुरमीत राम रहीम के करीब 5 करोड़ अनुयायी हैं और सभी को सीबीआई कोर्ट के इस फैसले का बेसब्री से इंतजार है।