गोरखपुर में एक के बाद एक बच्चे की मौत पर पूरा देश सदमे में है। पिछले सात दिनों में 64 बच्चों की मौत हो चुकी है। विपक्ष और बाकी के लोगों ने इस हादसे में सरकार को जिम्मदार ठहराया है। कई विपक्षी दलों के नेताओं ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री के इस्तीफे की मांग की है। इसके बाद योगी सरकार ने भी मामले की जांच कर अपनी सफाई दी है। मामले की जांच के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़े भावुक मन से इस हादसे पर अपना शौक जताया।
गोरखपुर में बनेगा वायरस अनुसन्धान केंद्र
हादसे के तुरंत बाद मुख्यमंत्री ने इस बीमारी से निज़ाद पाने के लिए गोरखपुर में एक ‘रीजनल वायरस रिसर्च सेंटर’ बनाने के आदेश दिए हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री जे पी नड्डा ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मांग पर गोरखपुर में मष्तिष्क ज्वर रोग पर गहराई से शोध के लिए एक ‘रीजनल वायरस रिसर्च सेंटर’ स्थापित होगा। इस रिसर्च सेंटर के लिए राज्य सरकार ने 85 करोड़ रूपए देने का फैसला किया है। स्वास्थ्य मंत्री के अनुसार योगी आदित्यनाथ इस हादसे पर बहुत ही संवेदनशील हैं। योगी के प्रयासों से ही राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान में इंसेफलाइटिस रोधी टीकाकरण को जोड़ा गया है। इस नए अनुसन्धान केंन्द्र के बनने से इस बीमारी का तोड़ निकाला जा सकेगा और बच्चों को बचाया जा सकेगा।