आपने कई बार सुना होगा कि नींबू पानी और शहद साथ में लेने से स्वास्थ्य को अनेक फायदे होते हैं।
ऐसा इसलिए होता है क्योंकि नींबू और शहद, दोनों में ही चिकित्सीय गुण होते हैं और इनका साथ में सेवन करने पर इनके गुण बढ़ जाते हैं जिसके कारण यह स्वास्थ्य के लिए उत्कृष्ट टॉनिक माना जाता है।
विषय-सूचि
पानी में नींबू और शहद पीने का तरीका
- 1 कप पानी गर्म कर लें और उसे ठंडा होने दें जब तक वो हल्का गुनगुना रह जाये।
- इसमें 1 चम्मच आर्गेनिक, अप्रसंस्कृत शहद डाल दें और इसके घुलने तक इसे मिलाएं।
- आधा नीम्बू इस पानी में निचोड़ लें और मिलाकर पी लें।
पानी में नींबू और शहद के फायदे
1. पाचन में उपयोगी
नीम्बू पानी और शहद के मिश्रण का सेवन करने से आपकी पाचन सम्बन्धी समस्याओं का समाधान हो जाता है। इसको लेने से पेट में एसिड का उत्पादन होता है और बाईल का उत्पादन भी बढ़ जाता है। इससे खाने को पचाने में और पोषक तत्वों को सोखने में सहायता मिलती है।
यदि पेट में पाचन की गड़बड़ी होती है तो उससे गैस होने के कारण पेट फूलने लगता है जिससे आपको अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। यह अतिआवश्यक होता है कि हम अनुपयोगी पदार्थों को शरीर से बाहर निकल दें ताकि हमारा पाचन तंत्र सुचारू रूप से कार्य कर सके।
2. वसा को तोड़े
नीम्बू पानी और शहद का मिश्रण मूत्रवधक के रूप में काम करता है और मूत्र एके माध्यम से शरीर से विषैले पदार्थ निकाल देता है।
शरीर में विषैले पदार्थों का जमा हो जाना मोटापे का मुक्य कारण होता है। सुबह उठकर इसका सेवन करने से आपका शरीर दिन की शुरुआत से ही वसा को जलाने का कार्य करने लगता है।
3. इम्युनिटी बढ़ाये
नीम्बू पानी और शहद के मिश्रण में इम्युनिटी बढाने की क्षमता होती है जिससे हम कई प्रकार के संक्रमण और एलर्जी से बच सकते हैं। यदि आप इसका नियमित सेवन करने लगते हैं तो आपका फ्लू जल्दी समाप्त करने में आपको मदद मिलेगी।
जुकाम के लिए शहद का सुझाव तब दिया जाता है जब ये पोलेन आदि एलर्जी या पर्यायवरण में मौजूद प्रदूषण के कारण होता है। आमतौर पर शहद में ये पदार्थ बहुत ही कम मात्रा में होता है, इसलिए उन्हें पीने से शरीर को निरुत्साहित करने में आसानी होती है।
4. कफ और छाती में घुटन से राहत
शहद और नीम्बू को अक्सर कफ से निजात पाने के लिए इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है लेकिन नीम्बू पानी और शहद का मिश्रण इससे अधिक लाभदायक होता है।
शहद में बलगम घटाने की मात्रा होती है। नीम्बू भी कफ को पतला करके निकालने का काम करता है इसलिए इनको साथ में लेने से घुटन से राहत मिलती है।
5. मूत्र पथ में संक्रमण और गुर्दे की पथरी में आराम
नीम्बू पानी का मूत्रवधक गुण और शहद के एंटीमाइक्रोबियल प्रभाव से शरीर में मौजूद विषैले पदार्थों से निजात पाया जा सकता है जिसके कारण किडनी, मूत्र पथ और मूत्राशय से रोग सम्बन्धी बैक्टीरिया निकल जाता है।
अत्यधिक अम्लीय और केंद्रित मूत्र सामान्य रूप से गुर्दे की पथरी के कारणों में से एक होता है। इन स्थितियों के लिए सोडियम साइट्रेट और पोटेशियम साइट्रेट अक्सर उपचार की पहली पंक्ति के रूप में निर्धारित किया जाता है।
नींबू का रस इसकी साइट्रिक एसिड सामग्री के कारण अम्लीय होता है, लेकिन यह शरीर में सोडियम साइट्रेट में परिवर्तित हो जाता है। यही कारण है कि नींबू पानी पीने से क्षारीय प्रभाव पड़ता है।
6. कब्ज़ में राहत
गर्म नीम्बू पानी और शहद का नियमित रूप सेवन करने से पेट में कब्ज़ से राहत मिलती है।
इसके उपयोगी गुण न सिर्फ गर्म पानी के कारण होते हैं जो पेट के पदार्थों का प्रवाह संयमित रखता है अपितु नीम्बू के रस के कारण भी होते हैं जो शरीर में विभिन्न पदार्थों के उत्पादन में सहायता करता है। इससे पेट में गैस के कारण सूजन नहीं होती है।
7. गले के संक्रमण से राहत
यदि आपके गले में खराश हो तो नीम्बू पानी और शहद का गर्म पेय आपको तुरंत राहत देता है। शहद में मौजूद पेरोक्साइड कीटाणुनाशक का कार्य करते है।
शहद का यही गुण उसे घावों को भरने में उपयोगी बनाता है। नीम्बू पानी और शहद का सेवन करने से बैक्टीरिया की मात्रा में घटोतरी होती है जिससे संक्रमण कम होता है। इससे दर्द का भी निवारण होता है।
8. मुंहासे, फुंसी में आराम
सुबह नीम्बू पानी और शहद का सेवन करने से त्वचा में मुंहासे और फुंसी से निजात किया जा सकता है। इसको 2-3 हफ़्तों तक नियमित रूप से लेने से आपको फायदा होता है।
नीम्बू के रस में त्वचा के तेल को कम करने की क्षमता होती है। सिट्रिक एसिड त्वचा में मौजूद मृत कोशिकाओं को निकाल देता है जिससे त्वचा की सफाई हो जाती है।
हालांकि, नीम्बू के रस को सीधा चेहरे पर नहीं लगाना चाहिए क्योंकि इससे त्वचा में जलन हो सकती है।
9. स्वास्थ्यवर्धक और कम कैलोरी युक्त
रातभर की नींद के बाद सभी को अपना दिन शुरू करने के लिए सुबह की शुरुआत उर्जा युक्त पेय से करनी होती है। इसके लिए सबसे उपयोगी नीम्बू पानी और शहद होता है।
शहद में मौजूद प्राकृतिक शक्कर से आवश्यक कैलोरीज, एंजाइम, एमिनो एसिड, विटामिन और मिनरल्स प्राप्त होते हैं।
इस पेय में लगभग 20-25 कैलोरीज होती हैं जिसमें से अधिकतर शहद से प्राप्त होती हैं और केवल 1 कैलोरी नीम्बू पानी से।
10. मूत्रवधक की तरह काम करे
मूत्रवधक गुण युक्त पदार्थ मूत्र का उत्पादन बढाने का कार्य करते हैं। चिकित्सक हाइपरटेंशन आदि की समस्या में इसके सेवन का सुझाव देते हैं।
शहद और नींबू पानी का मिश्रण शरीर में मौजूद अतिरिक्त पानी को निकाल देता है जिससे इडिमा और हाइपरटेंशन के स्तर को घटाने में सहायता होती है।
11. शरीर से विषैले पदार्थ निकाले
पेस्टिसाइड और फ़र्टिलाइज़र युक्त पदार्थ जब हमारे शरीर में पहुँच जाते हैं तो शरीर को दूषित कर देते हैं। पर्यायवरण में मौजूद गन्दगी हमारी त्वचा और श्वास नली के ज़रिये भी हमारे शरीर में पहुँच जाती है।
खट्टे फल इस प्रकार की गन्दगी को शरीर से बाहर निकालने में उपयोगी होते हैं। शहद के साथ मिलाकर नीबू का पानी एक सौम्य, शक्तिशाली निर्जल एजेंट है। यह एक लिवर टॉनिक होता है, जो विषाक्त पदार्थों को निष्क्रिय करने का कार्य करता है।
मूत्रवर्धक प्रभाव मूत्र के माध्यम से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है।
bahut achi jankari ke liye thanks.