कटहल एक अनोखा उष्ण कटिबंधीय फल है, जो इस भारत के मुख्यता सभी घरो मे खाया जाता है। इसका स्वाद मीठा होता है, जिससे विभिन्न व्यंजन तैयार किये जा सकते है। कटहल बहुत ही पौष्टिक होता है, जो हमारे स्वास्थ के लिए बहुत ही लाभदायक है।
इसका सेवन बहुत ही गुणकारी माना जाता है, तो कही बहुत से लोग इसे देखना भी पसंद नहीं करते। कही इसे तंत्र -मंत्र मे प्रयोग किया जाता है, तो कही इसका स्पर्श भी अशुभ मन जाता है।
लेकिन आप इसके लाभकारी फायदे जानकर इसे प्रयोग किये बिना रह नहीं पाएंगे। सब्जी, पकोड़े, और अचार के आलावा इसे तलकर भी खाया जा सकता है। आइये कटहल के लाजवाब गुणों के बारे चर्चा करते है।
कटहल क्या है?
सबसे पहले हमे यह जानना जरूरी है कि कटहल होता क्या है ? कटहल बहुत ही लोकप्रिय फल है जोकि शहतूत की जाति के अंतर्गत आता है। यह मुख्यतः एशियाई देशो मे पाया जाता है,जैसे भारत ,थाईलैंड, श्रीलंका और इंडोनेशिया आदि। इसके अलावा यह पूर्वी अफ्रीका और ब्राजील मे भी पाया जाता है।
कटहल की खेती उष्णकटिबंधीय या उष्णकटिबंधीय के करीब भागो मे की जाती है। यह एक ऐसा फल है ,जिसे दुनिया मे काफी महत्ब्पूर्ण माना जाता है। कटहल का बजन 35 किलो कम से कम होता है ,इसकी लम्बाई 90और 50 सेंटीमीटर चौड़ा होता है।
कटहल बाहर से कंटीला और पीले या हरे रंग का होता है। कटहल को शाकाहारी लोग मांस के बिकल्प पर खाते है। कटहल कैलोरी और ऊर्जा का एक महत्वपूर्ण स्रोत है, जिन विकासशील देशो मे भोजन की कमी है, वहाँ के लोगो के लिए कटहल एक अच्छा आहार है। कटहल गर्मियों के मौसम आता है।
कटहल मे मौजूद पोषक तत्व
कटहल मे बहुत से पोषक तत्व पाए जाते है। कटहल मे अच्छे स्तर पर कैलोरी पायी जाती है जो एक कप कटहल मे 165 ग्राम पायी जाती है जिसमे से 92% कर्बोहाइड्रेट्स से और बाकि प्रोटीन और फैट (बसा) से मिलती है। कटहल मे लगभग सभी विटामिन और मिनरल्स पाए जाते है,जितनी मात्रा मे आपको जरूरी है। कटहल मे अच्छी मात्रा फाइबर भी पाया जाता है।
एक कप कटहल मे निम्नलिखित मात्रा मे पोषक तत्व पाए जाते है।
- कैलोरीज – 155
- कार्ब्स – 40 ग्राम
- फाइबर – 3ग्राम
- प्रोटीन – 3 ग्राम
- विटामिन ए – 10 % आर डी आई
- विटामिन c- 18% आर डी आई
- राइबोफ्लेविन- 11% आर डी आई
- मैग्नीशियम – 15% आर डी आई
- पटेसियम – 14% आर डी आई
- कॉपर – 15%आर डी आई
- मैंगनीज- 16% आर डी आई
कटहल मे और दूसरे फलों की अपेक्षा अधिक मात्रा मे प्रोटीन पाया जाता है। एक कप कटहल मे ३ ग्राम से ज्यादा प्रोटीन पाया जाता है , जो इसे अन्य फलों से ज्यादा महत्वपूर्ण बनता है।
कटहल खाने के फायदे
1. प्रतिरक्षा शक्ति बढ़ाने मे सहायक
प्रतिरक्षा शक्ति से आशय उस शक्ति से है , जो हमारी रोगो से रक्षा करती है।
कटहल मे प्रतिरक्षा शक्ति बढ़ाने वाले विटामिन ए , और विटामिन सी पाए जाते है। कटहल खाने से वायरल इन्फेक्शन (संक्रमण) से भी बचाव होता है।
कटहल मे विटामिन ई अच्छी मात्रा मे पाया जाता है जो हमारे शरीर को मजबूत बनता है,जोकि ब्लड सेल्स को मजबूत बनाने मे असरदार होता है।
एक कटोरी कटहल मे काफी अच्छी मात्रा मे एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते है, जो हमारी प्रतिरक्षा शक्ति को बढाते है।
2. त्वचा की रक्षा
कटहल मे बहुत पोषक तत्व तथा एंटीऑक्सीडेंट ऐसे पाए जाते है, जो हमारी त्वचा के लिए बहुत आवश्यक है जैसे विटामिन सी जो हमारी त्वचा को स्वस्थ रखने मे सहायक है। और ऐसा कहा जाता है कि कटहल खाने से उम्र का असर त्वचा पर नहीं पड़ता।
3. हृदय का रखे ख्याल
कटहल मे भरपूर मात्रा पोटेशियम, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते है , जो दिल के दौरे का खतरा कम करती है। हमारे शरीर को 4700मिलीग्राम पोटेशियम की आवश्यकता होती है। पोटेशियम की कमी से हमे विभिन्न प्रकार की समस्याये हो सकती है। इसमें से ज्यादातर हृदय सम्बन्धी होती है। पोटेशियम मसल्स संबंधित फंक्शन को भी नियंत्रित करता है। इसमें हार्ट मसल्स भी शामिल है।
4. पाचन सम्बन्धी समस्या का इलाज
कटहल अल्सर और पाचन सम्बन्धी समस्या को दूर करता है। कब्ज की समस्या को दूर करने मे भी इसका जबाब नहीं।
यह देखा गया है, कि जो लोग कटहल का सेवन करते है उनका अक्सर पेट साफ रहता है। कटहल शरीर के अनुपयोगी पदार्थो को आंतो मे धकेल देता है।इससे पेट साफ़ रहता है और कब्ज नहीं होता है।
5. कैंसर और पाईल्स से बचाव
मलाशय मे चोट या किसी प्रकार की क्षति होने पर कैंसर होने का खतरा होता है। अगर यदि किसी को इस तरह की परेशानी है तो उसे कटहल खाना चाहिए क्योकि यह मलाशय की चोट सही करने मे सहायक होता है और कैंसर होने से रोकता है।
यदि किसी को पाईल्स की समस्या है, तो उसे कटहल का सेवन करना चाहिए।
कैंसर मे सिकोनुट्रिएंट्स होते है,जो एंटी कैंसर और एंटी एजिंग होते है। यह पोषक तत्व फ्री रेडिकल्स को हटाने मे मदद करते है , जोकि कैंसर होने से रोकता है। यह कैंसर के सेल्स को बढ़ने से रोकता है।
6. अस्थमा के रोगियों के लिए लाभदायक
कटहल का फल तो हमारे लिए लाभदायक है ही इसकी जड़ भी हमारे लिए बहुत ही फायदेमंद है। अस्थमा के रोगियों के लिए कटहल की जड़ एक बरदान है।इसकी जड़ को पानी के साथ उबाल कर बचा हुआ पानी छानकर पीने से अस्थमा पर नियंत्रण रहता रहता है।
7. आँखों के लिए लाभदायक
कटहल मे विटामिन ई पाया जाता है, जो कि नाईट ब्लाइंडनेस से संबंधित समस्या से छुटकारा दिलाने मे हमारी सहायता करती है।
8. ब्लड शुगर नियंत्रित करने मे सहायक
कटहल मे ऐसे गुण पाये जाते जो ब्लड शुगर को नियंत्रित करने मे सहायक होते है। कटहल मे भरपूर मात्रा मे फाइबर होने के कारण ये देर मे पचता है, जिससे हमारे ब्लड मे शुगर नहीं बढ़ती है।
कटहल मे कम मात्रा मे ग्लिसेमिक इंडेक्स (GI) पाया जाता है जिससे हमे यह पता चलता है कि हमारे शरीर मे कितनी जल्दी शुगर बढ़ता है।
अपनी रोजाना कि खुराक मे कम GI का खाना जोड़ने से ब्लड मे शुगर कि मात्रा नियंत्रित रहती है ।
कटहल मे कुछ प्रोटीन ऐसा होता है जो ब्लड मे तुरंत शुगर बढ़ने से रोकता है।
20वर्षो पहले एक शोध मे यह पाया गया कि जो लोग कटहल का सेवन करते है, उनका ब्लड शुगर नियंत्रित रहता है।
सावधानियां
यद्यपि कटहल का सेवन बिल्कुल सुरक्षित है, लेकिन कुछ लोगो के लिए ये एलर्जेटिक भी हो सकता है। विशेषतः उन लोगो के लिए जिन्हें पोलन एलर्जी है।
डायबिटीज के मरीजो को इसका सेवन कम मात्रा मे करना चाहिए।
कटहल मे उच्च मात्रा मे पोषक तत्व और एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते है, जो हमारे स्वस्थ के लिए बहुत ही लाभदायक है।
कटहल का प्रयोग हम खाने मे कैसे भी कर सकते है , उसे पका कर भी खा सकते है और कच्चा भी। इसका प्रयोग हम अचार बनाने भी कर सकते है और कोई विशेष व्यंजन भी बना सकते है।
कटहल को काटते समय हाथों पर सरसों का तेल लगा लेना चाहिए जिससे कटहल हाथों मे चिपकेगा नही।
कटहल के बीज भी हम खा सकते है। बीजो को उबाल कर या भून कर उस पर मसाले डाल कर हम उनका सेवन कर सकते है।
कटहल मे प्रचूर मात्रा मे पोषक तत्व होने के कारण यह एक सर्वश्रेष्ठ आहार है।