अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने गुरुवार को घोषणा कर बताया कि इस्लामिक स्टेट (IS/ISIS) का नेता, अबू इब्राहिम अल-हाशिमी अल-कुरैशी उत्तर-पश्चिमी सीरिया में इदलिब प्रांत में चल रहे अमेरिकी आतंकवाद विरोधी अभियान में मारा गया है । जब अमेरिकी सेना सीरिया के इदलिब प्रांत में उसके सुरक्षित घर के पास छापा मारने पहुंची तब अबू इब्राहिम अल-हाशिमी अल-कुरैशी ने एक बम विस्फोट किया जिसमें वह परिवार समेत मारा गया। इस आत्मघाती विस्फोट में 13 लोगों की मौत हो गई। ISIS के नेता की मौत, इस आतंकवादी समूह के लिए एक बड़ा गंभीर झटका है क्यूंकि इस आंतकवादी समूह की जड़ें तीन साल पहले ही कमज़ोर होना शुरू हो गयीं थी जब इनका खलिफा मारा गया था।
जो बिडेन ने ट्वीट कर बताया,”कल रात मेरे निर्देश पर, अमेरिकी सैन्य बलों ने सफलतापूर्वक एक आतंकवाद विरोधी अभियान चलाया। हमारे सशस्त्र बलों की बहादुरी के लिए धन्यवाद, हमने ISIS के नेता अबू इब्राहिम अल-हाशिमी अल-कुरैशी को युद्ध के मैदान से हटा दिया है।”
गुरुवार की सुबह (वाशिंगटन डीसी समय) व्हाइट हाउस से सम्बोधित करते हुए बिडेन बोले,”हम सभी को दिल दहला देने वाली कहानियां, सामूहिक हत्याएं याद हैं जहाँ पूरे गांवों का सफाया कर दिया गया था, हजारों महिलाओं और युवा लड़कियों को गुलामी में बेच दिया गया था, जहाँ बलात्कार को इस लड़ाई में एक हथियार के रूप में इस्तेमाल किया ,”ऐसा भयानक आतंकवादी नेता अब नहीं रहा”।”
अमेरिकी प्रेस ने बताया कि चूँकि यू.एस. विशेष बल (U.S. Special forces) उनके पास आ रहे थे, कुरैशी ने एक बम विस्फोट में अपनी जान ले ली जिसमें उस के परिवार के कुछ सदस्यों, महिलाओं और बच्चों सहित, कई लोगों की मौत हो गई। कुरैशी के पूर्ववर्ती, ISIS का पूर्व सरगना, अबू बक्र अल-बगदादी ने भी अक्टूबर 2019 में इसी तरह अपनी जान ले ली थी । जब ऐसे परिस्तिथियाँ उसके सामने आयी तो उसने Suicide Vest का उपयोग कर खुद को मार डाला था।
AP (Associated Press) द्वारा की गई शुरुआती रिपोर्टों के अनुसार, इदलिब छापे में छह बच्चों और चार महिलाओं सहित 13 लोग मारे गए हैं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अमेरिकी सेना ने हेलीकॉप्टरों से उतर कर सीधा एक घर को निशाना बनाया जो आत्मेह (Atmeh) के बाहर स्थित था इदलिब में जहाँ सीरिया- टर्की बॉर्डर पड़ता है और वहां कम से कम दो घंटे बंदूक चलाई गयी और ऐसे लड़ाई जारी रही।
29 अगस्त 2021 को अमेरिका द्वारा एक मानव रहित ड्रोन हमले में काबुल, अफगानिस्तान में 7 बच्चों सहित 10 नागरिकों की मौत हो गई थी और इस हमले की वजह से जो बिडेन की सरकार को कड़ी निंदा और आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। तो इस बार वो गलती ना दोहराते हुए बिडेन ने कहा कि अमेरिकियों को पता था कि कुरैशी ने खुद को बच्चों और महिलाओं से घेर रखा है इसलिए ऑपरेशन के लिए हवाई हमले का उपयोग करने के बजाय ,अमेरिकी विशेष बलों को तैनात किया गया था जो अधिक जोखिम भरा भी था।
पेंटागन की तरफ से यह बयान जारी किया गया है कि इस हमले में कोई अमेरिकी हताहत नहीं हुआ है। बिडेन ने अमेरिकी बलों और उनके परिवारों के अलावा, यू.एस. समर्थित सीरियन डेमोक्रेटिक फोर्सेज (Syrian Democratic Forces) का भी धन्यवाद दिया।