बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज सुबह 11:15 बजे बिहार विधानसभा के विशेष सत्र में अपना बहुमत साबित करने के लिए विश्वासमत प्रस्ताव दाखिल किया है। प्रस्ताव दाखिल करते समय नीतीश के साथ सरकार में उनके सहयोगी और उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी भी मौजूद थे। वहीं पूर्व उपमुख्यमंत्री और आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के पुत्र तेजस्वी यादव ने इस प्रस्ताव का विरोध किया है। वे विधानसभा में विपक्ष के नेता की कुर्सी पर बैठे हैं। बिहार विधानसभा के बाहर आरजेडी विधायक नीतीश कुमार के विरोध में प्रदर्शन और नारेबाजी कर रहे हैं।
उधर बिहार हाईकोर्ट ने भाजपा-जेडीयू गठबंधन सरकार के विरुद्ध आरजेडी द्वारा दाखिल याचिका मंजूर कर ली है। इस याचिका पर सोमवार को सुनवाई होगी।
तेजस्वी ने अपनाया हमलावर रुख
तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर हमलावर रुख अपना लिया है। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने उन्हें भाजपा के खिलाफ चुना था और वो आज भाजपा के ही साथ खड़े हो गए हैं। यह बिहार की जनता के साथ विश्वासघात है। नीतीश कुमार ने जनादेश का अपमान किया है। अगर नीतीश कुमार में हिम्मत थी तो वो मुझे बर्खाश्त करते। बिहार विधानसभा के बाहर आरजेडी के विधायक नीतीश कुमार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। उन्होंने तख्तियों पर नीतीश के विरोध में नारे लिखे हुए हैं।
नीतीश कुमार के विश्वासमत प्रस्ताव पर होने वाली वोटिंग में आरजेडी के 10-15 विधायकों के क्रॉस वोटिंग करने की संभावना है। जेडीयू के कुछ विधायक भी नीतीश के खिलाफ जा सकते हैं। कांग्रेस के 18 विधायकों ने भाजप के नेतृत्व वाली एनडीए में शामिल होने के स्पष्ट संकेत दिए हैं। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि जेडीयू-भाजपा के गठबंधन की नीतीश सरकार अपना बहुमत साबित कर पाती है या नहीं।