केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा आज शुक्रवार को पश्चिम बंगाल में चुनाव प्रचार के लिए साथ होंगे। जहां अमित शाह दो जनसभाओं को संबोधित करेंगे और दो रोड शो का नेतृत्व करने वाले हैं वहीं जेपी नड्डा तीन जनसभाएं और दो रोड शो करेंगे।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी दक्षिण बंगाल के 2 जिलों में चार सार्वजनिक रैलियां करने वाली हैं। चुनावी रैलियों के आयोजन और बड़ी संख्या में लोगों के इकट्ठा होने के साथ कोविड-19 प्रोटोकॉल का तो दूर-दूर तक कोई नामोनिशान नहीं दिख रहा है। इसी के चलते बंगाल में कोरोना वायरस केसेस चरम सीमा पर दिखते नजर आ रहे हैं। पिछले महीने से इस महीने में संक्रमित लोगों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है।
शुक्रवार को राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी राज्य के सभी 10 मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों से मिलने जा रहे हैं, ताकि चुनाव अभियानों के दौरान कोविड-19 प्रोटोकॉल का सही से पालन किया जा सके।
शेष चरणों को एक ही बार में आयोजित करने का आग्रह
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी ने नावा योग से बचे हुए जनों की बात करने का आग्रह किया है।
“एक महामारी के बीच हमने 8 चरणों में पश्चिम बंगाल में चुनाव कराने के आयोग के फैसले का विरोध किया था। अब कोरोनावायरस के मामलों में भारी उछाल को देखते हुए मैं चुनाव आयोग से आग्रह करती हूं कि वह एक बार बचे हुए चरणों के मतदान पर विचार करें और उन्हें एक ही बार में खत्म करने का फैसला लें”। – बनर्जी ने गुरुवार को ट्वीट किया।
अंतिम तीन चरणों के मतदान को क्लब करने का फैसला खारिज
पोल बॉडी ने उन खबरों को खारिज कर दिया कि देश में कोरोना वायरस बीमारी के मामलों में वृद्धि को देखते हुए पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के अंतिम तीन चरणों को क्लब करके विधानसभा चुनाव खत्म कर दिए जाएं। बुधवार को कोलकाता उच्च न्यायालय ने राज्य के सीईओ और सभी जिला मजिस्ट्रेट को चुनाव के शेष तीन चरणों के लिए राजनीतिक अभियानों में कोविड-19 से संबंधित प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन सुनिश्चित करने का आदेश दिया था।
पोल पैनल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने हालांकि कहा कि बचे हुए चरणों को एक बार में आयोजित करने की कोई योजना नहीं है।