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    पश्चिम बंगाल राज्य में हुए 19 के मामलों में तेजी से वृद्धि से चिंतित मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को चुनाव आयोग से बचे हुए 4 चरणों के मतदान को क्लब करने के विचार का प्रस्ताव रखा और एक ही बार में चुनाव कराने का आग्रह किया था। हालांकि मांग को खारिज करते हुए चुनाव आयोग ने कहा कि “कानूनी रूप से कठिन है”।

    अब तक 130 पर निर्वाचन क्षेत्रों के लिए चुनाव हुए हैं और बच्ची हुई 1 की 9 सीटों पर 17 से 29 अप्रैल के बीच चुनाव होने हैं।

    तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने अपनी पार्टी की अध्यक्ष ममता बनर्जी की टिप्पणियों को समर्थन देते हुए ट्वीट किया है। “पश्चिम बंगाल में इतनी बड़ी महामारी के बीच आठ चरण के चुनाव कराने का चुनाव आयोग का फैसला निश्चित रूप से आपराधिक लापरवाही है। अविश्वसनीय कि हमें इसका पालन करना पड़ रहा है और कोरोना वायरस का संक्रमण और मौतें रोज बढ़ रही हैं।

    चुनाव आयोग के प्रवक्ता ने कहा कि आयोग बाकी बचे चरणों को क्लब करने का विचार नहीं कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि यह फैसला कानूनी रूप से कठिन है, क्योंकि मतदान चरणों के लिए अधिसूचना पहले ही जारी की जा चुकी थी।

    कोविड-19 प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जाए

    चुनाव आयोग ने बताया कि उन्होंने राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी मुझे दे दिया है कि चुनाव प्रचार के दौरान को कोविड-19 सावधानियों के पालन पर अपने निर्देशों को डराने के लिए शुक्रवार को एक सर्वदलीय बैठक बुलाई है।

    हाल ही में हुए एक रोड शो में जहां समाजवादी पार्टी की सांसद जया बच्चन भी मौजूद थी, वहीं ममता बनर्जी ने भाजपा पर निशाना साधते हुए पश्चिम बंगाल में बाहर के लोगों को लाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा की क्या आप जानते हैं कि भाजपा को राज्य में बहुत सारे लोग मिल गए हैं चुनाव प्रचार के नाम पर। उन्हें बहुत सारी बाहरी लोग पश्चिम बंगाल में लाने का मौका मिल गया है और उन्होंने यहां बीमारी फैला दि है और अब वह कहते हैं कि भाजपा को वोट दें।

    By दीक्षा शर्मा

    गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय, दिल्ली से LLB छात्र

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