पश्चिम बंगाल में आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारी पूरे जोरों पर है। बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस एक दूसरे को कड़ी टक्कर देने की तैयारी में हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल पश्चिम बंगाल के हुगली में जनसभा को संबोधित किया था। वहीं आज ममता बनर्जी ने हुगली में जाकर रैली की है। नरेंद्र मोदी ने कहा था कि पश्चिम बंगाल की जनता तृणमूल कांग्रेस से मुक्ति चाहती है और अब परिवर्तन के लिए पूरी तरह तैयार है। इसके जवाब में आज ममता बनर्जी मैदान में उतरीं और उन्होंने बीजेपी को जमकर खरी-खोटी सुनाई। उन्होंने नरेंद्र मोदी और अमित शाह की जोड़ी को दानव व दैत्य की जोड़ी भी बताया।
ममता बनर्जी ने बीजेपी पर तीखे हमले किए हैं। अपनी आज की जनसभा में उन्होंने कहा की मां दुर्गा की पूजा से रोकने वाले नेताओं को बंगाल की जनता कभी माफ नहीं करेगी। उन्होंने बीजेपी को दंगाबाज पार्टी बताया। ममता बनर्जी ने विश्वास जताया कि पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनावों में वे गोलकीपर रहेंगी और बीजेपी एक भी गोल नहीं कर पाएगी।
ममता बनर्जी ने नरेंद्र मोदी और अमित शाह को बाहरी बता कर कहा कि बंगाल पर शासन सिर्फ ऐसे व्यक्ति का होगा जो बंगाल का हो। गुजरात का व्यक्ति बंगाल पर शासन नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनावों में बीजेपी एक भी सीट नहीं जीत पाएगी। ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री की तुलना अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से की। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी की हालत बंगाल में डोनाल्ड ट्रंप से भी बुरी होगी। कुछ समय पहले ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी की पत्नी पर सीबीआई ने इंक्वायरी की थी। इस घटना पर अपने भतीजे की पत्नी का बचाव करते हुए ममता बनर्जी ने इसे महिलाओं का अपमान बताया। ममता बनर्जी बीजेपी पर शुरू से ही आक्रामक बनी हुई हैं।
आज ही भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी मनोज तिवारी ने तृणमूल कांग्रेस ज्वाइन कर ली। उन्होंने इसी जनसभा के दौरान ही तृणमूल कांग्रेस की सदस्यता ले ली है। उम्मीद की जा रही है कि उन्हें तृणमूल कांग्रेस पार्टी हावड़ा सीट से चुनाव लड़वा सकती है। मनोज तिवारी हावड़ा से ही आते हैं और इस प्रकार से वहां के लोगों की संवेदना उनसे जुड़ सकती है। मनोज तिवारी के तृणमूल कांग्रेस जॉइन करने से पार्टी को काफी फायदा मिल सकता है। हालांकि बीजेपी ने तृणमूल कांग्रेस को पहले ही काफी नुकसान दे दिया है। ऐसे में इस तरह से राष्ट्रीय खिलाड़ी का पार्टी में शामिल होना ममता बनर्जी की पार्टी के लिए अच्छा संकेत माना जा सकता है।
बीजेपी पहले ही तृणमूल कांग्रेस को राजनीतिक रूप से काफी नुकसान पहुंचा चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के बाद भी पश्चिम बंगाल के राजनीतिक समीकरण के बिगड़ने के कयास लगाए जा रहे हैं। इसके बाद ममता बनर्जी की रैली ने तृणमूल कांग्रेस पार्टी जान फूंकने का काम किया है, लेकिन इसका दीर्घकालिक प्रभाव क्या होगा यह चुनाव के बाद ही सामने आ पाएगी। लेकिन ममता बनर्जी के इस तरह अमित शाह व नरेंद्र मोदी के बारे में टिप्पणी करना नैतिक रूप से ठीक नहीं कहा जा सकता।