कुछ समय में पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। ममता सरकार बंगाल में दस साल पूरे कर चुकी है और इस बार जीत की हैट्रिक लगाना चाहती हैं। लेकिन वहीं बीजेपी भी बंगाल में जीतने के लिये ऐड़ी चोटी का जोर लगा रही है। कुछ समय पहले अमित शाह का दो दिवसीय दौरा भी बंगाल के राजनीतिक समीकरण को परिवर्तित व प्रभावित कर चुका है।
इसी बीच तृणमूल से बीजेपी में शामिल हुये सुवेन्दु अधिकारी भी बीजेपी को जिताने में पूरा जोर लगाते दिख रहे रहे हैं। सुवेन्दु ने ममता सरकार व तृणमूल कान्ग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा है कि 21 साल तृणमूल कॉन्ग्रेस में रहना उनके लिये शर्म की बात है। सुवेन्दु ने कहा कि तृणमूल पार्टी नहीं होकर एक कम्पनी की तरह काम करने लगी है। पार्टी में कोई अनुशासन नहीं रह गया है। ये बयान उन्होंने कोलकाता में बीजेपी में शामिल हुए नये नेताओं के स्वागत समारोह के दौरान कही।
सुवेन्दु ने बीजेपी की जमकर तारीफ की। सुवेन्दु ने कहा कि बीजेपी और मोदी के नेतृत्व को सारी दुनिया मानती है लेकिन ममता नहीं। सुवेन्दु ममता सरकार में काफी उच्च पदों पर रह चुके हैं। उनका तृणमूल छोड़कर जाना ममता खेमे को पहले ही काफी नुकसान पहुंचा चुका है। उसके बाद उनके ऐसे बयान निश्चित ही ममता सरकार को परेशानी में डाल सकते हैं।
ममता सरकार के बहुत से नेता बीजेपी ने पहले ही शामिल हो चुके हैं । जाहिर है कि तृणमूल पार्टी को आगामी चुनावों में अपनी स्थिति कुछ ठीक नहीं लग रही है। इसी बीच इस तरह की बयानबाजी का आना भी तृणमूल के लिए नकारात्मक संदेश है। अब देखना यह है कि होने वाले विधानसभा चुनावों में बंगाल की जनता को ममता दीदी की हैट्रिक मंजूर होती है या प्रदेश में बीजेपी का शासन।