भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व कंबोडियन समकक्ष समदेच हून सेन के बीच वार्ता के बाद दोनों देशों के बीच में अहम समझौते किए गए। भारत व कंबोडिया ने कुल चार समझौतों पर हस्ताक्षर किए है। जिसमें मुख्य रूप से रक्षा सहयोगों का विस्तार करना शामिल था।
कंबोडिया के साथ किए गए समझौते में आपराधिक मामलों में कानूनी सहायता में सहयोग को बढ़ाने, अपराधों की जांच व रोकथाम के अलावा भारत से कंबोडियाई स्टंग सवा हाब जल संसाधन विकास परियोजना के लिए 36.92 मिलियन डॉलर का लोन उपलब्ध कराना शामिल है।
समझौतों पर हस्ताक्षर करने से पहले मोदी व हून सेन के बीच में द्विपक्षीय संबंधों को लेकर विस्तृत वार्ता सम्पन्न हुई। दोनों देश वरिष्ठ स्तर के रक्षा कर्मियों और क्षमता निर्माण परियोजनाओं के आदान-प्रदान सहित द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को आगे बढ़ाने पर सहमत हुए।
दोनों नेताओं ने व्यापार व निवेश, ऊर्जा संरक्षण, कृषि व पर्यटन और संस्कृति सहित प्रमुख क्षेत्रों में संबंधों को बढ़ावा देने पर बल दिया। भारत व कंबोडिया ने मानव तस्करी की रोकथाम वाले समझौते पर भी हस्ताक्षर किए है। इससे दोनों देशों के बीच में मानव तस्करी पर रोकथाम लगाई जा सकेगी। प्रत्यावर्तन मुद्दों पर द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ावा दिया जाएगा।
भारत व कंबोडिया के बीच में साल 2018-2020 के लिए सांस्कृतिक आदान-प्रदान करने संबंधी समझौता भी हुआ है। मुख्य रूप से रक्षा क्षेत्रों व आपराधिक रोकथाम के लिए संधि की गई है। ताकि आपराधिक मामलों में आवश्यक कमी आ सके।
गौरतलब है कि कंबोडियन मुख्य रूप से बौद्ध धर्म का पालन करते है लेकिन हिंदू अनुष्ठानों, मूर्ति पूजा और पौराणिक कथाओं मे भी मजबूत आस्था रखते है। भारत व कंबोडिया के बीच मे पिछले काफी सालों से सांस्कृतिक संबंधों का आदान-प्रदान होता आया है। दोनों देशों के बीच में संबंध मजबूत बने हुए है।