भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा नीतिगत दरों में कटौती के बाद घटी ब्याज दरें और कॉरपोरेट कर में कटौती से अगले साल देश की अर्थव्यवस्था में सुधार शुरू होगा। ब्लूमबर्ग ग्लोबल आउटलुक रिपोर्ट में सोमवार को यह जानकारी दी गई।
रिपोर्ट में कहा गया, “सुधार अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में शुरू होने की उम्मीद है, ऐसा साल की शुरुआत में कम आधार की वजह से है। अर्थव्यवस्था में वास्तविक सुधार 2020 से शुरू होना चाहिए।”
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि मार्च में समाप्त होने वाले वित्त वर्ष 2021 में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर में तेजी से बढ़ोतरी होने की उम्मीद है, जो 7.1 फीसदी हो जाएगी। वृद्धि दर के वित्त वर्ष 2020 में 5.7 फीसदी रहने का अनुमान है।
हालांकि, वृद्धि वित्त वर्ष 2020 की दूसरी तिमाही में पांच फीसदी बनी रह सकती है।
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि अगले साल तक ग्रामीण आय बढ़नी चाहिए और अच्छी बारिश व सरकार द्वारा किसानों को समर्थन से किसानों की आय में बढ़ोतरी होने की उम्मीद है, जिससे ग्रामीण खपत बढ़ने की संभावना है।