ईरान और इराक के बीच दो सीमाओं को बग़दाद में अशांति के कारण बंद कर दिया गया है। इसमें से एक सीमा शिया मुस्लिम श्रद्धालुओं के लिए इस महीने की वार्षिक यात्रा के लिए खोला गया था। तेहरान के बॉर्डर गार्ड्स ने गुरूवार को तह जानकारी दी है।
ईरान और इराक के बीच दो सीमा बंद
ईरानी बॉर्डर निगरानीकर्ता प्रशासक जनरल कासिम रेज़ेई ने कहा कि “खोस्रावी और चाज़बेह सीमाओं को बुधवार से बंद कर दिया गया है। ईरानी श्रद्धालु विभाग के आला अधिकारी ने कहा कि “खोस्रावी सीमा को बंद किया जा रहा है लेकिन इराक में शिया मुस्लिम श्रद्धालुओं के लिए अन्य सीमाओं को खोला जायेगा।”
ईरान के आंतरिक मंत्री अब्दोलरेज़ा रहमानी फाजली ने कहा कि “एक सप्ताह पूर्व 30 लाख ईरानी अन्वेषक ने इराक के दक्षिणी प्रान्त कर्बला की यात्रा की थी, इसमें धार्मिक परंपरा अरबीन को देखना था। इसने पैगम्बर मोहम्मद के पोते को 40 सालो की अवधि के अंत में पनाह दी थी।
ईरान की सुरक्षा सेना ने गुरूवार को सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों को तितर बितर करने के लिए हवा में ओपन फायरिंग की थी। यह प्रदर्शनकारी बग़दाद के तहरीर स्क्वायर में एकत्रित हुए थे। सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियो और सुरक्षा बलों के बीच दूसरे दिन संघर्ष के बाद इराक के प्रधानमन्त्री आदेल अब्दुल मेहदी ने बुधवार को बग़दाद और अन्य शहरो में कर्फ्यू लगा दिया था।
इराक में बेकार सुविधाओं, रोजगार की कमी और भ्रष्टाचार को लेकर जन प्रदर्शन किया गया था। सुरक्षा बलों ने भीड़ को हटाने के लिए गोलीबारी और आंसू गैस के गोले दागे थे। सरकार ने आश्वस्त किया है कि वह सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों की चिंताओं को सुनेगे। साथ ही उन्होंने राष्ट्र में नागरिक कलह उत्पन्न करने रहे अज्ञात दंगाईयो की निंदा की है।
यूएन के विशेष राजदूत जेअनिन हेन्निस प्लास्स्चेर्ट ने कहा कि “संयुक्त राष्ट्र ने इराक से अधिकतम संयमता बनाये रखने की मनाग की है। प्रत्येक व्यक्ति का कानून के दायरे में रहकर आजादी से बोलने का अधिकार है।”