यमन के हौथी विद्रोहियों ने सोमवार को 350 बंधको को रिहा करने की पेशकश की है जिन्हें बीते तीन दिनों में दक्षिणी सऊदी इलाके नजरान से हमले के दौरान बंधक बनाया गया था। अल मसिरह टीवी के मुताबिक, हौथियो ने 350 बंधको को रिहा करने की पेशकश की थी इसमें सऊदी अरब के तीन नागरिक भी शामिल थे।
हौथी विद्रोहियों की कैदियों को रिहा करने की पेशकश
शुक्रवार को शुरुआत में विद्रोही समूह ने बयान में कहा कि “उन्होंने नजरान के नजदीक हमले को अंजाम दिया था और सैकड़ो सऊदी के नागरिको को बंधक बनाया था। इसमें पाकिस्तान, इराक और सूडान के सैनिक भी शामिल थे। रविवार को हौथी विद्रोहियों ने एक विडियो का प्रसारण किया था।
उन्होंने कहा कि “नजरान में घातक हमले को अंजाम दिया गया था जिसमे सैकड़ो सैनिको की मौत हो गयी थी। साथ ही हजारो हथियारबंद समूह उनके इर्द गिर्द घूम रहे हैं। इसमें सैनिको के तीन ब्रिगेड भी शामिल है जिसका नेतृत्व पाकिस्तानी सेनाध्यक्ष राहील शरीफ कर रहे थे।”
हौथी विद्रोहियों के प्रवक्ता याह्या सारी ने इस हमले को सऊदी की सेना पर घात लगाना करार दिया था। दर्जनों मिसाइल और ड्रोन के हमले से 200 से अधिक लोगो की हत्या हुई है जबकि कई भागने या समर्पण करने की कोशिश कर रहे थे।
प्रवक्ता ने कहा कि “यह आक्रमकता 72 घंटे पहले अंजाम दी गयी थी जिसमे दुश्मन के तीन सैन्य ब्रिजो को निशाना बनाया गया था। हजारो सैनिको को हिरासत में लिया गया था इसमें सऊदी के सैन्य अधिकारी और सैनिक भी शामिल थे और सैकड़ो हथियार से भरे वाहनों को जब्त किया गया था।
जारी विडियो के मुताबिक, हथियारबंद वाहनों और वहां मौजूद सैनिको को धमाके से निशाना बनाया गया था। यमन के हौथी विद्रोहियों ने हाल ही में सऊदी अरब के राज्य तेल कम्पनी अरामको की दो साइट्स पर हमले की जिम्मेदारी ली थी। इससे सऊदी का 50 फीसदी तेल का उत्पादन प्रभावित हुआ था।