इजराइल ने सोमवार को कहा कि सीरिया से ईरानी समर्थित सेना ने उनके क्षेत्र में कई रॉकेट्स को दागा गया था, यह थोड़ी दूरी पर आकर गिरे थे। इस सुबह की शुरुआत में सीरिया की तरफ से इजराइल पर कई रॉकेट्स को लांच किया गया था। हालाँकि यह सभी इजराइल को हानि पंहुचाने में नाकाम रहे हैं।
उन्होंने कहा कि “डमस्कस के इलाके से ईरानी क़ुद्स सेना ने शिया चरमपंथियों ने रॉकेट्स को लांच किया था।” यह बयान तब आया जब सीरिया में ईरानी समर्थित सेना के ठिकानो पर हमला किया गया था, इसमें 18 लडाको की मौत हुई थी। सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने तत्काल हमले की पहचान नहीं की है।
इजराइल ने पड़ोसी सीरिया में सैकड़ो हवाई हमले को अंजाम दिया था, इसका निशाना ईरानी और हिजबुल्लाह ठिकाने थे। इजराइल के सैन्य प्रवक्ता ने इस टिप्पणी से इनकार कर दिया कि हालिया हमलो के पीछे इजराइल है। इजराइल का सबसे बड़ा दुश्मन ईरान है और वह इसे सीरिया में सैन्य ठिकानों का निर्माण नहीं करने देना चाहते हैं।
सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद को ईरान और रूस का समर्थन प्राप्त है और आठ वर्ष के विध्वंशक युद्ध को खत्म करना चाहते हैं।
सीरिया के आठ साल के संघर्ष को संयुक्त राष्ट्र ने सबसे बुरे दौर के तौर पर वर्णित किया था। इदलिब क्षेत्र लगभग तीस लाख लोगों का निवास है। इदलिब प्रांत और अलेप्पो और लताकिया प्रांतों के कुछ हिस्सों में अल-कायदा से सम्बंधित जिहादी समूह हयात ताहिर अल-शाम का नियंत्रण है।
सीरिया की सरकार ने इस महीने को शुरुआत में इदलिब प्रान्त के बाबत संघर्षविराम समझौते पर दस्तखत लिए थे। सीरिया में समझौते के गारंटर ईरान, तुर्की और रूस थे। सीरिया में साल 2011 से संघर्षविराम का दौर जारी है।