केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह ने आज कहा कि भारत सरकार 2022 तक 100 गीगावॉट (जीडब्ल्यू) सौर ऊर्जा क्षमता का लक्ष्य हासिल करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान आर के सिंह ने कहा कि 100 गीगावॉट सौर ऊर्जा क्षमता हासिल करने का लक्ष्य पहले 15 दिंसबर 2017 था, लेकिन ठीक इसके विपरीत अब 16,676 मेगावाट की सौर ऊर्जा क्षमता स्थापित की जा चुकी है, जबकि 6,500 मेगावाट की एक और सोलर पॉवर स्थापित की जा रही है।
आप को बता दें कि साल 2017-18 में 20,000 मेगावाट, 2018-19 में 30,000 मेगावाट और 2019-20 में 30,000 मेगावाट सौर ऊर्जा क्षमता की बोली लगाने के कार्यक्रम को अंतिम रूप दिया जा रहा है। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह ने कहा कि सरकार 2022 तक 100 गीगावॉट सौर ऊर्जा क्षमता हासिल कर लेगी, इसकी पूरी उम्मीद है।
उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में देश के पास सोलर पैनल और मॉड्यूल के विनिर्माण की पर्याप्त क्षमता नहीं है, ऐसे में 2022 तक 100 गीगावॉट सौर ऊर्जा क्षमता हासिल करने के लिए स्वदेशी और आयतित मॉड्यूल का उपयोग किया जा रहा है”।
गौरतलब है कि नई सौर विनिर्माण नीति के तहत सरकार 30 फीसदी पूंजीगत सब्सिडी देने पर विचार कर रही है। आप को बता दें कि भारत में प्रति व्यक्ति बिजली खपत 1200 किलोवाट घंटे है, जोकि दुनियाभर में सबसे कम है। इस दर में सुधार करने के लिए सरकार फिलहाल सौर ऊर्जा उपकरण विनिर्माण क्षेत्र को बढ़ावा देने जा रही है।