संयुक्त राष्ट्र, 29 मई (आईएएनएस)| संयुक्त राष्ट्र महासभा ने धार्मिक आधार पर होने वाले अपराधों और उत्पीड़न के मामलों से निपटने के लिए 22 अगस्त को अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक हिसा पीड़ित दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की है।
मंगलवार को यह प्रस्ताव लाने वाले पोलैंड के विदेश मंत्री जासेक जापुटोविक ने न्यूजीलैंड में मस्जिदों, श्रीलंका में गिरिजाघर पर हुए हमलों को याद करते हुए कहा कि यह अंतर्राष्ट्रीय दिवस धार्मिक हिसा में मारे गए और इनमें बचे लोगों को समर्पित है।
उन्होंने कहा, “हमें उम्मीद है कि इससे घृणा अपराध तथा धर्म से संबंधित हिंसा की घटनाओं से निपटने में सहायता मिलेगी और अंतरधार्मिक वार्ता मजबूत होगी।”
जापुटोविक ने कहा, “यह प्रस्ताव किसी विशेष धर्म या मत के पीड़ितों से संबंधित नहीं है, बल्कि यह धार्मिक अनेकता के प्रति सम्मान जगाने की मांग के लिए है।”
अमेरिका के साथ-साथ पाकिस्तान इस प्रस्ताव का समर्थन करने वाले नौ देशों में शामिल है।