लेखक अपूर्व असरानी मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों से निपटने वाली कहानी के साथ अपने निर्देशन की शुरुआत करने के लिए तैयार हैं।
लेखक, जो “शाहिद” और “अलीगढ़” जैसी फिल्मों के लिए जाने जाते हैं, फिल्म के लिए समीक्षकों द्वारा प्रशंसित अभिनेता मनोज बाजपेयी के साथ काम करेंगे।
यह जोड़ी इससे पहले “सत्या” और “अलीगढ़” पर साथ काम कर चुकी है।
सोशल मीडिया पर यह जानकारी देते हुए अपूर्व ने लिखा, “अपने सोलो डायरेक्शनल डेब्यू को लेकर घोषणा करते हुए मुझे खुशी हो रही है। फिल्म में ‘सत्या’ और ‘अलीगढ़’ के स्टार मनोज वायपेयी अभिनय करते नजर आएंगे। वह इसके सह-निर्माता भी होंगे।”
इस फिल्म में मानसिक स्वास्थ्य समस्या को उठाया गया है। साल के अंत तक इस फिल्म के रिलीज होने की उम्मीद है।
यह परियोजना “एक भुला दिए गए जिनियस जो धीरे-धीरे अपना मानसिक संतुलन खो रहा है” की यात्रा पर ध्यान केंद्रित करेगी, अपूर्वा ने फेसबुक पर खुलासा किया कि “अपने एकल निर्देशन की घोषणा करके प्रसन्न हूँ, मेरे ‘सत्या’ और ‘अलीगढ़’ स्टार, मनोज बाजपेयी द्वारा सह-निर्मित और अभिनीत।”
अपूर्वा ने लिखा कि, “मेरी स्क्रिप्ट में एक भूली हुई प्रतिभा की भावनात्मक यात्रा है जो धीरे-धीरे अपना मानसिक संतुलन खो रहा है। चूंकि भारत में मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों के प्रति जागरूकता और समर्थन में भारी कमी है, इसलिए हमने इस घोषणा को करने के लिए ‘मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता माह’ को चुना है।
Announcing my directorial venture, co-produced by & starring my #Satya & #Aligarh star @BajpayeeManoj. Our film is the emotional journey of a forgotten genius who is slowly losing his mind. With it we hope to bring awareness towards mental health in India.https://t.co/mSEpqvNrqC
— Apurva (@Apurvasrani) May 6, 2019
लेखक-संपादक की आखिरी परियोजना अमेज़ॅन प्राइम सीरीज़ “मेड इन हेवन” थी। उन्होंने जोया अख्तर और रीमा कागती द्वारा बनाए गए शो में एक श्रृंखला संपादक के रूप में काम किया था।
हाल ही में अपूर्व असरानी ने अक्षय कुमार की राष्ट्रिय पुरष्कार की पात्रता पर सवाल उठाए थे।
1995 to 2019. More than 2 decades of doing what I love. I've practically grown up in the movie industry 💗 pic.twitter.com/ny68LJbVDL
— Apurva (@Apurvasrani) March 12, 2019
असरानी ने ट्वीट कर कहा, “क्या कनाडा के नागरिक भारतीय राष्ट्रीय पुरस्कारों को पाने के लिए योग्य हैं? साल 2016 में अक्षय कुमार को ‘श्रेष्ठ अभिनेता’ का पुरस्कार मिला जबकि सभी यह उम्मीद कर रहे थे कि ‘अलीगढ़’ फिल्म के लिए मनोज वाजपेय को यह पुरस्कार मिलेगा। यदि जूरी/मंत्रालय ने कुमार के मामले में कोई त्रुटि की है, तो क्या कोई संशोधन होगा?”
हालांकि, फिल्म समारोह निदेशालय के नियाम अनुसार (रूलबुक) जो संगठन राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार प्रस्तुत करता है, वह उम्मीदवार की पात्रता इस आधार पर तय करता है जिसमें नियम के मुताबिक : “विदेशी मूल के फिल्म पेशेवरों और तकनीशियनों को भी पुरस्कार के लिए विचार किया जा सकता है।”
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार की जूरी में पहले रह चुके निर्माता राहुल ढोलकिया ने ट्वीट कर स्पष्टीकरण दिया।
यह भी पढ़ें: नीना गुप्ता ‘सूर्यवंशी’ में निभाएंगी अक्षय कुमार की माँ की भूमिका