एक सीनियर अधिकारी के मुताबिक, जेट एयरवेज अपने बोइंग-777 विमानों से प्रथम श्रेणी की सीटें हटाने जा रहा है। दरअसल लंबी दूरी की उड़ानों में आने वाली लागत में कटौती के लिए जेट एयरवेज ने यह निर्णय लिया है। इस हफ्ते के शुरूआत में ही जेट एयरवेज ने यह बदलाव करने का संकेत दिया था।
आधिकारिक बयान के अनुसार, लागत में कटौती के लिए बोइंग-777 विमानों से प्रथम श्रेणी की सीटें हटाई जाएंगी तथा इकॉनोमी क्लास की सीटों में बढ़ोतरी की जाएगी। मौजूदा समय में खाड़ी देशों में सेवाएं देने वाले दस बोइंग-777 विमान हैं, इन विमानों में 8 प्रथम श्रेणी, 30 बिजनेस क्लास और 308 इकॉनोमी क्लास की सीटें हैं।
20 नवंबर को अपने निवेशकों के सामने प्रजेंटेशन के दौरान जेट एयरलाइन ने कहा कि बी-777 विमानों मेें सीटों की संख्या बढ़ाई जाएगी, 2019 से 346 सीटों की जगह अब कुल 400 सीटें होंगी। बी-777 विमान में सीटों की संख्या में बढ़ोतरी के बारे में सवाल पूछे जाने पर एयरवेज के प्रवक्ता ने कहा कि, एयरलाइन ने कई जीचों पर मूल्यांकन करने के बाद यह निर्णय लिया है।
एक ई-मेल के जवाब में उन्होंने पीटीआई को बताया कि एयरलाइन अपने लागत को कम करने तथा अधिक राजस्व अर्जित करने के उद्देश्य से बी-777 के सीटों की संख्या 346 से बढ़ाकर 400 के आसपास करने की योजना बना रही है। उन्होंने कहा कि इस बारे में एयरलाइन जल्दी ही और भी जानकारियां साझा करेगी।
निवेशकों के समक्ष दिए प्रजेंटेशन के अनुसार जेटएयरवेज अपने रखरखाव के खर्च में कमी लाने तथा ब्रिकी-वितरण लागत में कटौती कर जनवरी 2019 से लगभग 250 करोड़ की अतिरिक्त आय अर्जित करने पर अपना ध्यान केंद्रित करेगा। गौरतलब है कि मौजूदा समय में जेट एयरवेज के पास 110 से अधिक विमान हैं, जिनमें बी 777-300 ईआर, ए-330-200/300, बी-737 और एटीआर 72-500/600 एस शामिल हैं।