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    आईएसआईएस के लड़ाके

    इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस/आईएसआईएल/आईएस/दाएश) ने 48 घंटो में दूसरी बार मध्य सीरिया में सीरियन अरब आर्मी के खिलाफ दूसरा प्राणघातक हमला किया है। सैन्य सूत्रों के मुताबिक, इस्लामिक स्टेट देश के पूर्वी भाग में अल बुश्री माउंटेन के नजदीक सीरिया की आर्मी के दूतावास के बाहर घात लगाकर बैठा था।

    आईएसआईएस का प्राणघातक हमला

    इस महीने के सबसे घातक हमले में शुक्रवार को सीरियन अरब आर्मी के 15 सैनिको की हत्या कर दी गयी थी। मध्य एशिया में इस्लामिक स्टेट के हमलो में 35 से अधिक सीरिया के सैनिको की मौत हो चुकी है। हालिया वारदात के बाद अप्रैल के महीने में अरब आर्मी के 50 सैनिको की हत्या की जा चुकी है।

    आईएसआईएस के हमलो के कारण इस माह सबसे अधिक संख्या में हत्या की गयी है। सीरियन अरब आर्मी ने अंतर्राष्ट्रीय राजमार्ग पर सैनिको की तैनाती में वृद्धि की थी ताकि आईएसआईएस के ऐसे हमले से बचा जा सके। बहरहाल इसके बावजूद वह इन हमलो को रोकने में नाकाम रहे हैं।

    बीते सितम्बर में एसडीएफ ने 3200 से अधिक आईएसआईएस सदस्यों को कब्जे में रखा था। इसमें 900 लड़ाके और 1000 परिवार के सदस्य है। इसमें 41 देशों के विदेशी नागरिक भी शामिल है। आईएस के इलाके बाघोज में युद्ध के दौरान 60000 लोगो ने समर्पण किया है।

    इराक के बॉर्डर पर इस्लामिक स्टेट के ठिकानों का सफाया करने की कोशिश सीरियन आर्मी कर रही है। 48 घंटे पूर्व आतंकी समूह पलमयरा डेयर इज़्ज़ोर पर घात लगाकर बैठा था। यह अभियान पूर्वी सीरिया के कई क्षेत्रों में भी शुरू किया जायेगा। इसमें होम्स प्रशासन भी शामिल है।

    इन नियमित हमलो ने डमस्कस को देश के पूर्वी और मध्य क्षेत्र में सेना की तैनाती को बढ़ाने के लिए उकसाने का कार्य किया है। साल 2011 में सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद की नवनिर्वाचित सरकार का गठन हुआ था और इसके साथ ही सीरियाई गृह युद्ध की भी शुरुआत हुई थी। हुकूमत के खिलाफ नागरिकों के मन में बैर था और इसने गृह युद्ध का रूप ले लिया था।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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