बेंगलुरू। कर्नाटक सरकार ने आज राज्य की सभी ग्राम पंचायतों में वाई-फाई सुविधा स्थापित करने के लिए एक महत्वकांक्षी परियोजना का अनावरण किया। हांलकि सरकार ने करीब 2500 ग्राम पंचायतों को वाई-फाई से जोड़ने की कवायद साल के शुरूआत में ही कर दी थी।
कर्नाटक के सीएम सिद्दारमैया ने बेंगलुरू में आयोजित टेक समिट-2017 के कार्यक्रम में अपने संबोधन के दौरान कहा कि यह डिजिटल परियोजना कर्नाटक के सभी गांव-कस्बों को जोड़ने के साथ ही उद्यमियों को एक बेहतरीन अवसर प्रदान करेगी।
अपने विचार प्रकट करते हुए उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने साल के शुरूआत में करीब 2500 ग्राम पंचायत को वाई-फाई सुविधा से युक्त करते हुए इस महत्वाकांक्षी योजना की शुरूआत की थी, अब इस योजना का विस्तार राज्य के सभी ग्राम पंचायतों में किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, साल 2017 में देश के कुल निवेश में 44 फीसदी हिस्सेदारी केवल कर्नाटक राज्य की रही। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने यह भी कहा कि राज्य के कुछ कॉलेजों में नेटवर्क सेंटर स्थापित किए जाएंगे, ताकि युवाओं को रिसर्च करने तथा उद्यमी बनने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके।
उन्होंने कहा, मेरा विश्वास है कि इकॉनोमिक ग्रोथ और टिकाउ विकास के बीच संतुलन बनाना बहुत जरूरी है। इसके लिए हमें आर्थिक गतिविधियों तथा प्रौद्योगिकियों पर अपना ध्यान केंद्रित करना होगा।
सिद्धारमैया ने कहा कि पूरी उत्कृष्टता के साथ एयरोस्पेस-रक्षा और इंटरनेट जैसे क्षेत्रों में तकनीकी सेंटर पहले ही स्थापित किए जा चुके हैं। जिससे हमें डेटा विज्ञान और कृत्रिम इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग और रोबोटिक्स, साइबर सिक्योरिटी जैसी उभरती हुई तकनीकी में सहायता मिल रही है।
उन्होंने कहा कि कर्नाटक सरकार ने प्रस्तावित परियोजनाओं की एक श्रृंखला में निवेश करते हुए सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र को मजबूत बनाने का कार्य जारी रखा है, जैसे देवनाहल्ली में हार्डवेयर पार्क, मंगलगुरा स्पेशल इकॉनोमिक जोन में सूचना प्रौद्योगिकी, हबबाली में आर्य भट्टा पार्क और सार्वजनिक-निजी भागीदारी मॉडल पर आधारित अन्य कई इन्क्यूबेटर्स।