पाकिस्तान के विपक्षी पार्टी के नेता बिलावल भुट्टो जरदारी ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की आतंकियों समूहों के खिलाफ कार्रवाई न करने की आलोचना की है।
एक्सप्रेस ट्रिब्यून के मुताबिक उन्होंने कहा कि “उनकी सरजमीं पर आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई है बल्कि सरकार के आलोचकों को निशाना बनाया जाता है।”
सिंध संसद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए पीपीपी के मुखिया ने अपने वाल्दीन पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो और पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली ज़रदारी को सज़ा दिए जाने के बाबत बताया था। उन्होंने कहा कि “आतंकियों समूहों के खिलाफ कार्रवाई में लापरवाही के कारण पाकिस्तान के बच्चों को मारा जा रहा है और वह आतंकी अन्य देशों ने आतंकी हमले करने से भी नहीं चूक रहे हैं।”
.@BBhuttoZardari: In #Pakistan a three time elected #primeminister is in jail but banned [#militant] organizations are free to commit #terror on our soil and other countries.
– Powerful msg from the #PPP chairman to the #military establishment and its selected govt pic.twitter.com/QOijTLQgiw
— Taha Siddiqui (@TahaSSiddiqui) March 13, 2019
बिलावल भुट्टों ने कहा कि “हम विश्व को क्या सन्देश दे रहे हैं? कि प्रतिबंधित संगठनों के पास प्रतिरोधक क्षमता है। यह कैसे संभव है कि आप एक फ़ोन कॉल पर मरहूम बेनजीर भुट्टो को आसिफ अली ज़रदारी को सज़ा सुना सकते हो। लेकिन आतंकी समूहों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर सकते हो जो हमारे मुल्क में बच्चों को मार रहे हैं और अन्य देशों में आतंक फैला रहे हैं।”
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने शुक्रवार को कहा था कि उनकी सरकार देश से सभी आतंकी संगठनों का सफाया कर देगी, जो देश के बाहर हमलों में शामिल होंगी।
पाक विभाग ने मुंबई आतंकी हमले के साजिशकर्ता हाफिज सईद को शुक्रवार को लाहौर में स्थित जमात उद दावा के मुख्यालय में धर्मोपदेश देने से रोक दिया है। हाल ही में पाक विभाग ने लाहौर में जमात उद दावा और फलाह ए इंसानियत के मुख्यालय को जब्त कर लिया था। यह सभी पाकिस्तान में मौजूद हैं।
पुलवामा आतंकी हमला एक आत्मघाती हमलावर द्वारा किया गया था, जिसने विस्फोटक से भरी कार को सीआरपीएफ की बस में टक्कर मार दी थी। काफिले में 70 से अधिक वाहन और 2,500 से अधिक कर्मी थे। हमला तीन साल में सबसे बड़ा हमला है। जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी समूह ने इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली है।
इमरान खान सरकार पर सीधा हमला
बिलावल भुट्टों नें अपनी प्रेस कांफ्रेंस में इमरान खान सरकार के मंत्रिमंडल पर भी कई सवाल खड़े किये।
बिलावल नें कहा, “तीन केंद्रीय मंत्री सीधे रूप से प्रतिबंधित संस्थाओं से जुड़े हुए हैं। मैं उनके नाम सार्वजनिक नहीं करना चाहता हूँ लेकिन यदि सरकार नें उनके खिलाफ्क ओई कदम नहीं उठाया, तो मैं ऐसा कर सकता हूँ।”
बिलावल नें आगे कहा कि चुनावों के दौरान कई मंत्रियों को सार्वजनिक रूप से आतंकवादियों के साथ देखा गया था और इससे सम्बंधित कई विडियो भी वायरल हुई थी।
उन्होनें कहा कि जब तक इमरान खान की पार्टी तहरीक-ए-इन्साफ सत्ता में रहेगी, तब तक इन मंत्रियों के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाया जाएगा।
जाहिर है बिलावल भुट्टों पाकिस्तान सरकार में विपक्षी पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं और समय समय पर सरकार की आलोचना करते रहते हैं।
हाल ही में भारत पाकिस्तान सम्बन्ध में तनाव की स्थिति के दौरान बिलावल नें इमरान खान सरकार पर दबाव डाला था कि वह मसूद अजहर जैसे आतंकियों पर कार्यवाई करे।
हाल ही में पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी नें यह स्वीकार किया था कि मसूद अजहर पाकिस्तान में ही है।