अभिनेत्री कंगना रनौत जिन्होंने पुलवामा आतंकी हमलों के बाद, पाकिस्तान के विनाश की वकालत की थी, उन्होंने सुझाव दिया है कि भविष्य में पड़ोसी मुल्क में भारतीय फिल्में रिलीज़ होने के रुक सकती हैं। उन्होंने ये भी कहा कि पाकिस्तान में भारतीय फिल्में रिलीज़ ना करना एक महत्वपूर्ण बयान नहीं है।
कंगना की पिछली फिल्म ‘मणिकर्णिका:द क्वीन ऑफ़ झाँसी‘ उसी दिन पाकिस्तान में रिलीज़ हुई थी जिस दिन भारत में। पड़ोसी मुल्क में फिल्म के रिलीज़ होने पर अभिनेत्री ने कहा-“जब फिल्म का वितरण होता है, उनके पास डिजिटल कॉपी होती है। आप भविष्य में रिलीज़ होने से रोक सकते हो।”
उन्होंने आगे कहा कि भविष्य में उनके निर्माण में बनी सभी फिल्मों पर वह यही रुख अपनाएंगी। उनके मुताबिक, “ऐसा नहीं है कि पाकिस्तान एक बहुत बड़ा क्षेत्र है। यह लगभग नगण्य है। क्या ये एक महत्वपूर्ण बयान (पाकिस्तान में भारतीय फिल्में रिलीज़ ना करना) है? नहीं। ये केवल छोटे छोटे कदम हैं। लेकिन अगर यही हम कर सकते हैं तो हमें करना चाहिए।”
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पुलवामा हमले के मद्देनज़र, फिल्म ‘टोटल धमाल’, ‘लुका छुपी’, ‘अर्जुन पटियाला’, ‘नोटबुक’ और ‘कबीर सिंह’ के मेकर्स ने पाकिस्तान में अपनी फिल्म रिलीज़ करने से मना कर दिया है।
बालाकोट हवाई हमले के बाद, पाकिस्तान की सरकार ने भारतीय कंटेंट पर प्रतिबन्ध लगा दिया था जिसमे भारतीय फिल्में और ‘मेड-इन-इंडिया’ विज्ञापन शामिल हैं।