हाल ही में हुए अमरनाथ हमले और घाटी में जवानों पर हो रही पत्थरबाजी पर सरकार के रुख से नाराज चल रहे विश्व हिन्दू परिषद् ने अपने 10000 कार्यकर्ताओं को कश्मीर भेजने की घोषणा की है। विहिप कोंकण के अध्यक्ष शंकरराव गायकर के अनुसार ये कार्यकर्ता घाटी में सेना के जवानों का उत्साह बढ़ायेंगे। उन्होंने केंद्र सरकार से यह भी मांग की कि सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस में कश्मीरी युवकों की भर्ती पर रोक लगनी चाहिए। अपने बयान में श्री गायकर ने कहा कि घाटी के ये पत्थरबाज सेना में भर्ती होकर देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त होंगे जिससे देश की सुरक्षा और अखण्डता खतरे में पड़ सकती है। इसके मद्देनजर सरकार को वक़्त रहते कुछ कठोर कदम उठाने होंगे।
मदरसों पर नकेल कसना जरूरी
श्री गायकर ने कहा कि इन पत्थरबाजों पर लगाम कसने के लिए इनके उदय को रोकना होगा और घाटी में ये काम मदरसे कर रहे हैं। मदरसों में तालीम पाए ये युवा अपने देश के विरोध में नारेबाजी करते है और देश के रक्षकों पर पत्थर बरसाते हैं। यह उनकी देश विरोधी मानसिकता का उदाहरण है जिसके लिए प्रत्यक्ष रूप से ये मदरसे जिम्मेदार हैं। सरकार को इन मदरसों को बंद करवाना चाहिए या इनपर पूर्णतः अपना नियंत्रण रखना चाहिए। साथ ही उन्होंने राज्य से धारा 370 को भी हटाने की मांग की।
आतंकी हमलों से नाराज है विहिप
विहिप देश में बढ़ रहे आतंकी हमलों से नाराज है। इस मुद्दे पर वह पहले भी कई बार अपनी नाराजगी जाहिर कर चुका है। पिछले कुछ महीनों में सीमापार से लगातार हो रहे संघर्ष विराम के उल्लंघन और घाटी में जवानों की शहादत पर श्री गायकर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुप्पी उनके दुस्साहस को और बल दे रही है। हमने बहुत सह लिया अब इस मुद्दे का कोई स्थायी समाधान निकाला जाए। अब वक़्त आ गया है कि इन्हें सबक सिखाया जाए और हमारा देश अपने गौरव को फिर से हासिल करे।