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    पेटीएम-डिजिटल-बैंक

    पेटीएम डिजिटल बैंक के अनुसार वह भारत में डिजिटल बैंकों की दुनिया में सबसे बड़ा बैंक बनना चाहता है। कंपनी का दावा है कि वह अपने साथ 50 करोड़ ग्राहकों को जोड़ने की कोशिश कर रही है। इसके अलावा कंपनी का सपना है कि ग्राहक डिजिटल बैंक का इस्तेमाल इन्टरनेट पर विभिन्न कार्यों जैसे पेमेंट, शेयर खरीदना आदि के लिए कर सकते हैं।

    कंपनी के संस्थापक विजय शेखर शर्मा का सपना है कि उनका बैंक ग्राहकों को सभी वित्तीय सेवाएं मुहैया कराये। उन्होंने अपने बयान में कहा, “हम अपना मार्किट फण्ड जल्द ही खोलने जा रहे हैं। इसके अलावा हम ग्राहकों के लिए डेबिट कार्ड सेवा भी देने जा रहे हैं। कंपनियां भी हमारे बैंक में अपना अकाउंट खुलवा सकती हैं।” शेखर ने आगे बताया कि जब उन्होंने शुरुआत की थी तो वे सिर्फ एक फ़ोन बैंक कंपनी थी लेकिन अब वे सभी वित्तीय सेवाएं उपलब्ध कराना चाहती हैं।

    कल मंगलवार को पेटीएम डिजिटल बैंक की आधिकारिक रूप से शुरुआत की गयी। दिल्ली में आयोजित किये गए इस कार्यक्रम में वित्त मंत्री अरुण जेटली भी शामिल हुए थे।

    पेटीएम डिजिटल बैंक की मुख्य कंपनी पेटीएम है, जो पिछले कई सालों से भारतीय फोन बैंक की दुनिया में दबदबा बनाए हुए हैं। अब कंपनी का सपना है कि अपने पुराने ग्राहकों को अपने नए बैंक से भी जोड़ा जाए। पेटीएम को बड़ी मदद तब मिली जब पिछले साल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नोटबंदी का फैसला किया था। इसके तुरंत बाद करोड़ों लोग पेटीएम के साथ जुड़ गए थे।

    भारत सरकार भी ऑनलाइन बैंकों को काफी सहारा दे रही है। प्रधानमंत्री मोदी का सपना है कि देश में ज्यादा से ज्यादा कारोबार डिजिटल तरीके से हो। इसके साथ ही देश में अभी करोड़ों लोगों के बैंक खाते नहीं हैं। ऐसे में पेटीएम के लिए यह बड़ा मौका है कि वह ऐसे लोगों की मदद करे और उनको इन्टरनेट बैंकिंग से जुड़ने का अवसर प्रदान करे।

    भारतीय सरकार देशवासियों के लिए विभिन्न ऑनलाइन विकल्प ढूंढने की कोशिश कर रही है। सरकार ने आधार के जरिये सभी देशवासियों को बैंकों से जोड़ने की कोशिश की है। डिजिटल बैंकों के लिए भी सरकार जल्द ही यह घोषणा कर सकती है।

    आपको बता दें कि पेटीएम बैंक के लिए आपको किसी तरह का न्यूनतम बैलेंस भी रखने की जरूरत नहीं है। इसके अलावा किसी भी ऑनलाइन लेन-देन के लिए किसी भी तरह का कोई अतिरिक्त चार्ज नहीं लगेगा। विजय शेखर शर्मा का मानना है कि इस बैंक को लोगों से लिए ज्यादा से ज्यादा सरल बनाया जाए।

    वर्तमान में पारंपरिक बैंकों से गरीब जनता को ज्यादा फायदा नहीं मिलता है। निजी बैंकों में ग्राहकों को कुछ न्यूनतम बैलेंस रखना पड़ता है, वर्ना हर महीने उनके खाते से कुछ राशि कट जाती है। हाल ही में सरकारी बैंक एसबीआई ने भी न्यूनतम बैलेंस रखने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। ऐसे में पेटीएम के लिए इन सभी ग्राहकों को अपने साथ जोड़ने का एक सुनहरा मौका है।

    By पंकज सिंह चौहान

    पंकज दा इंडियन वायर के मुख्य संपादक हैं। वे राजनीति, व्यापार समेत कई क्षेत्रों के बारे में लिखते हैं।