5 News of the Week: खबरों और सुर्खियों के हिसाब से बीता हफ्ता भारत के लिए काफ़ी महत्वपूर्ण रहा। इस हफ़्ते चांद पर फतह हासिल कर भारत के हर निवासी का सर गर्व से ऊंचा हुआ, कभी शतरंज के खेल मे विश्व चैंपियन बनने की उम्मीदों को धक्का लगा तो कहीं भारत की अग्रिम भूमिका वाली ब्रिक्स (Brics) का कुनबा बड़ा हुआ।
इसी दौरान बेरोजगारी और नौकरियों की मारा-मारी की तस्वीरें भी बिहार से आईं तो तमिलनाडु सरकार ने स्कूली बच्चों के कुपोषण को दूर करने के लिए मुफ्त नाश्ता देने की घोषणा की।
इनके अलावे प्रधानमंत्री का ग्रीस दौरे से लेकर क्रिकेट के एशिया कप हेतू भारतीय टीम का चयन, महाराष्ट्र में शरद पवार की राजनीतिक गूगली, विवाद और चर्चाओं में रहने वाली The Kashmir Files को पुरस्कार मिलना आदि कई अन्य छोटी बड़ी खबरें (News) मीडिया में छाई रहीं।
ऐसे में आइए देखते हैं, कौन से वह 5 खबरें हैं जो इस हफ्ते छाई रहीं:-
1: चन्द्रयान 3 – “Best News of the Week”
चन्द्रयान 3 (Chandrayaan 3) की सफलता इस हफ्ते की एक ऐसी खबर (News) रही जो निर्विवाद रूप से इस हफ्ते की सबसे बेहतरीन खबर मानी जा सकती है। यह एक ऐसा मौका था जब पूरी दुनिया ने भारत के स्पेस एजेंसी ISRO का लोहा मान लिया।
जब चन्द्रयान 3 (Chandrayaan 3) का लैंडर (Lander Bikram) चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाला था तो भारत सहित पूरी दुनिया की नजरें टिकी हुई थी। ISRO ने इसे अपने ऑफिसियल You Tube चैनल पर लाइव दिखाया जिससे करोड़ो भारतीय इस ऐतिहासिक पल का गवाह बने।
Chandrayaan-3 Mission:
Chandrayaan-3 ROVER:
Made in India 🇮🇳
Made for the MOON🌖!The Ch-3 Rover ramped down from the Lander and
India took a walk on the moon !More updates soon.#Chandrayaan_3#Ch3
— ISRO (@isro) August 24, 2023
इसके साथ ही, चांद पर सफलतापूर्वक पहुंचने वाला भारत दुनिया का चौथा मुल्क और चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव (Dark Side of the Moon) पर पहुंचने वाला पहला और एकमात्र मुल्क बना। ज़ाहिर है, यह समूचे भारतवर्ष के लिए एक ऐसी उपलब्धि थी जिसकी तारीफ़ पूरी दुनिया मे हुई।
2. शतरंज में भारत की विश्व चैंपियन बनने की उम्मीदों को झटका
शतरंज (Chess) का खेल है तो शह और मात तो होना ही है। इसी क्रम में शतरंज के विश्व कप (FIDE World Cup Chess) में दुनिया के नंबर1 खिलाड़ी Magnus Carlsen के हाँथो फाइनल में भारत के युवा खिलाड़ी प्राग्गनानंद (Praggnanandha) को मात मिली।
18 वर्षीय प्राग्गनानंद ने फाइनल के पहले 2 मुक़ाबलों में कार्लसन के खिलाफ टाई खेला तो देश की उनसे उम्मीदे बढ़ गयी थीं। लेकिन निर्णायक टाई-ब्रेकर मुकाबले में कार्लसन ने भारतीय खिलाड़ी प्राग्गनानंद को हरा दिया। इसी के साथ कार्लसन ने पहली बार अपने कैरियर में FIDE World Cup, Chess का ख़िताब अपने नाम किया।
हार के बावजूद अपने खेल और प्रतिभा के कारण प्राग्गनानंद ने पूरे देश का दिल जीत लिया और उन्होंने यह उम्मीद जरूर जगाई है कि भविष्य सुरक्षित हाँथो में है।
In the words of Magnus Carlsen, “if he isn’t the world championship contender, then who is?” And with such support, as by the @narendramodi himself, Indian chess has a very bright future. https://t.co/BR3Y1PMkcE
— International Chess Federation (@FIDE_chess) August 26, 2023
3: ब्रिक्स (BRICS) का विस्तार: A Global News
ब्राज़ील (Brazil), रूस (Russia) , भारत (India), चीन (China) और दक्षिण अफ्रीका (South Africa) को मिलाकर बनाये गए अंतरराष्ट्रीय समूह ब्रिक्स (BRICS) के हालिया शिखर सम्मेलन में, जो दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग (Johannesburg) में हुआ, अब 06 नए सदस्य राष्ट्रों को जोड़ने की घोषणा की गई।
ये 06 नए सदस्य देश हैं- ईरान, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, अर्जेंटीना, मिस्र, और इथियोपिया हैं। इसके साथ ही BRICS+ में अब कुल 11 राष्ट्र हो गए हैं।
BREAKING: Saudi Arabia, Argentina, Egypt, Ethiopia, Iran, and UAE to join BRICS on January 1st, 2024. pic.twitter.com/gMtHJkj2KE
— Watcher.Guru (@WatcherGuru) August 24, 2023
ब्रिक्स को “विकासशील देशों की आवाज (Voice of Developing Countries)” भी कहा जाता है। यह समूह अब तक दुनिया के लगभग 40% आबादी और 25% से अधिक आर्थिक भागीदारी को समाहित करता रहा है।
नए सदस्यों के आने के बाद अब यह दुनिया की लगभग आधी आबादी का प्रतिनिधित्व करता है साथ ही दुनिया के 03 बड़े तेल उत्पादक देश सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और ईरान इसके सदस्य राष्ट्र होंगे।
जाहिर है, ब्रिक्स (BRICS) के विस्तारीकरण की खबर (News related to Expansion of BRICS) से दुनिया के अन्य शक्तियां खासकर अमेरिका, ब्रिटेन और अन्य यूरोपीय देश को एक संदेश भी है कि दुनिया मे महाशक्तियों का संतुलन अतिआवश्यक है।
4: एशिया कप के लिए भारतीय क्रिकेट टीम का चयन
भारत मे शायद ही कभी कोई हफ्ता हो जिसमें क्रिकेट और उस से जुड़ी खबरें सुर्खियां (News) न बटोरें। लिहाज़ा इस हफ्ते भी एशिया कप (Asia Cup) के लिए चयनित भारतीय टीम से जुड़ी खबरों ने भी खूब सुर्खियां बटोरी।
दरअसल इसी साल अगले महीने यानि अक्टूबर में भारत मे ही क्रिकेट का विश्वकप खेला जाना है और उस से पहले सितंबर में भारतीय उपमहाद्वीप में स्थित श्रीलंका और पाकिस्तान की संयुक्त मेजबानी (मूलतः पाकिस्तान की मेजबानी) में एशिया कप खेला जाना है जिसे विश्वकप के पहले अपने मजबूतियों और कमज़ोरियों को दुरुस्त करने के लिए आखिरी मौके के तौर पर देखा जा रहा है।
इस से पहले भारतीय टीम के कई महत्वपूर्ण खिलाड़ी जैसे ऋषभ पंत, केएल राहुल, श्रेयस अय्यर, जसप्रीत बुमराह, आदि चोटिल थे। बुमराह ने हालिया आयरलैंड दौरे पर वापसी की है जबकि श्रेयस अय्यर और राहुल ने कोई मैच नहीं खेला है।
चोट से जूझ रहे खिलाड़ियों की संख्या को देखते हुए विश्वकप जैसे महत्वपूर्ण प्रतियोगिता के लिए भारतीय टीम के पास काफी सीमित विकल्प रह जाते हैं, क्योंकि चोटिल खिलाड़ियों को सीधे विश्वकप जैसे बड़े मुकाबले में उतारना एक जोखिम भरा फैसला होता।
इस लिहाज से वर्ल्ड कप से ठीक पहले खेले जाने वाले एशिया कप में भारतीय टीम के चयन ओर सबकी निगाहें टिकी हुईं थी। कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) और टीम प्रबंधन के आगे सवाल अनेकों थे जिनका जवाब ढूंढने के लिए एशिया कप एक बेहतरीन मंच हो सकता है।
इसीलिए जब टीम (Indian Cricket Team for Asia Cup 2023) का चयन हुआ तो उसमें श्रेयस अय्यर और के एल राहुल को जगह दी गयी जिस से कि विश्वकप के पहले इन खिलाड़ियों को पर्याप्त मैच-प्रैक्टिस का अवसर मिल सके। इस टीम में युवा लेकिन बेहद प्रतिभावान माने जा रहे तिलक वर्मा का भी चयन हुआ है जो वाकई में एक बड़ा फैसला है।
Rohit Sharma (Captain), Shubman Gill, Virat Kohli, Shreyas Iyer, Suryakumar Yadav, Tilak Varma, KL Rahul, Ishan Kishan, Hardik Pandya (VC), Ravindra Jadeja, Shardul Thakur, Axar Patel, Kuldeep Yadav, Jasprit Bumrah, Mohd. Shami, Mohd. Siraj, Prasidh Krishna
Traveling stand-by…
— BCCI (@BCCI) August 21, 2023
5: बिहार में शिक्षक बहाली (BPSC TRE 2023)
बिहार सरकार ने हाल ही में लगभग पौने 2 लाख नए शिक्षकों की भर्ती हेतू आवेदन मांगा था। पिछले हफ्ते इस बहाली से संबंधित परीक्षाओं को करवाया गया जिसमें बिहार सहित देश के अलग अलग हिस्सों से तकरीबन 20 लाख से ज्यादा युवा सम्मिलित हुए।
जाहिर है, बिहार में अचानक इतनी बड़ी संख्या में छात्रों और उनके साथ अभिवावकों के आ जाने के कारण राज्य सरकार की समूची व्यवस्था चरमरा गई। सरकार के तमाम दावे एक तरफ और वास्तविक जमीनी हक़ीक़त एक तरफ दिखाई पड़े।
रेलवे स्टेशनों के प्लेटफॉर्म से लेकर ट्रैन के भीतर तक, मनमाफिक कीमतों पर मिल रहे होटल और धर्मशाला की कमरों के लिए सड़को पर भागती युवा पीढ़ी, एक अदद शौचालय को तरसती महिला परीक्षार्थी और सड़को के गड्ढों में भरे गंदे पानी मे परिक्षा-केन्द्र तक जाने की जद्दोजहद करते लोग- कुछ ऐसी ही तस्वीर रही बिहार शिक्षक भर्ती परीक्षा की।
हालांकि, प्रतियोगी परीक्षाओं के दौरान ऐसी तस्वीर सिर्फ बिहार तक सीमित है, ऐसा नहीं है। पिछले वर्ष उत्तरप्रदेश से भी UP-PET की परीक्षा में कुछ ऐसा ही आलम दिखा था। ऐसा भी नहीं है कि यह सिर्फ UP या बिहार की दास्तां मात्र है। तमिलनाडु, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, कर्नाटक, दिल्ली आदि सभी प्रदेशों में परीक्षाओं के दौरान हालात कमोबेश ऐसे ही रहते हैं।
सरकार मुद्रा लोन से लेकर स्टार्ट-अप इंडिया और तमाम ऐसे योजनाओं के लाख दावे कर ले लेकिन प्रतियोगी परीक्षाओं में दर-दर की ठोकरें खाने को।मजबूर युवाओं का यह हुज़ूम उनके दावों से ठीक उलट तस्वीर बताते हैं।
अंत मे, मशहूर हिंदी शायर अदम गोंडवी का एक शेर है जो प्रतियोगी परीक्षाओं में जवानी खर्च कर रहे युवाओं की हालात को बयां करती है;कि
“तुम्हारी फाइलों में गाँव का मौसम गुलाबी है,
मगर ये आंकड़े झूठे हैं, ये दावा किताबी है।”