पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान 22 जुलाई को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से मुलाकात करेंगे। विदेश विभाग के दफ्तर ने कहा कि “नेताओं का फोकस दोनों देशों के बीच बातचीत से संबंधों में सुधार करना होगा।” डॉन के हवाले से विदेश विभाग के प्रवक्ता ममोहम्मद फैसल ने कहा कि “प्रधानमंत्री इमरान खान डोनाल्ड ट्रम्प के आमंत्रण पर वांशिगटन की यात्रा पर जायेंगे।”
प्रवक्ता ने बताया कि “दोनों देशो का विशेष फोकस महत्वपूर्ण क्षेत्रीय मामलो पर भी होगा। बीते वर्ष सत्ता पर आने के बाद यह इमरान खान की पहली अमेरिकी यात्रा होगी। इस यात्रा से दो दिन पूर्व ही अमेरिका के राज्य विभाग ने बलूचिस्तान लिब्रेशन आर्मी को वैश्विक आतंकवादी संगठन घोषित कर दिया था।
इस ऐलान पर बीएलए ने अमेरिका की आलोचना की थी। बुधवार को पाकिस्तान के पंजाब प्रान्त के आतंक रोधी विभाग ने आतंकरोधी एक्ट 1997 के तहत धनशोधन और आतंकी वित्तपोषण के मामलो को दर्ज किया था। 13 प्रतिबंधित नेताओं में जमात उद दावा का सरगना मोहम्मद हाफिज सईद भी शामिल था।
हाफिज सईद पर भारत में 26/11 मुंबई आतंकी हमलो को अंजाम देने का आरोप है और इसमें 200 से अधिक लोग मारे गए थे। अमेरिका ने पाकिस्तान पर आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए काफी दबाव बनाया था। अमेरिका ने हाफिज सईद पर एक करोड़ डॉलर की इनामी राशि भी रखी है।
कुरैशी ने बीते महीने पत्रकारों से कहा था कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने इमरान खान को वांशिगटन की यात्रा के लिए आमंत्रित किया था। पाकिस्तान ने अमेरिकी-तालिबानी वार्ता को बहाल करने में मदद की थी। 3 जनवरी की कैबिनेट बैठक में ट्रम्प ने कहा कि “वह पाकिस्तान के साथ बेहतर समबन्ध चाहते हैं लेकिन वह दुश्मनों को शरण देते हैं और उनकी सुरक्षा करते हैं।”
मार्च में ट्रम्प ने कहा था कि उन्हें पाकिस्तान के नेता इमरान खान के साथ जल्द मुलाकात की उम्मीद है और दोनों देशों बीच सम्बन्ध अब बेहद अच्छे हैं।