साल 2014 में कांग्रेस की सरकार को बुरी तरह हराने के बाद बीजेपी सरकार ने जीत हासिल की थी। बीजेपी इस समय केन्द्र के साथ प्रमुख राज्यों में सत्ता में काबिज है। अगले साल फिर से लोकसभा चुनाव होने वाले है। इसके लिए कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों ने तैयारियां भी शुरू कर दी है। कांग्रेस मोदी सरकार पर हमला बोलने में कोई भी कसर नहीं छोड़ रही है।
सोनिया गांधी के बाद राहुल गांधी को कांग्रेस पार्टी ने अध्यक्ष बनाया है। बीते कुछ समय में राहुल गांधी काफी आक्रामक नजर आए है। लेकिन मौजूदा परिस्थितियों में बीजेपी को सत्ता से बेदखल करना कांग्रेस के बस की बात नहीं है। इस बात को खुद सोनिया गांधी ने भी अप्रत्यक्ष तौर पर मान लिया है।
दरअसल कांग्रेस संसदीय पार्टी की बैठक को संबोधित करते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि अगले साल 2019 के चुनावों में कांग्रेस के समान विचारधारा रखने वाले राजनीतिक दलो के साथ मिलकर बीजेपी को हराएंगे। सोनिया गांधी ने समान विचार वाले दलों के साथ गठबंधन पर विचार करने की बात कही है।
बीजेपी विचारधारा के खिलाफ वाले सभी राजनीतिक दलों को लेकर कांग्रेस पार्टी अगले साल चुनाव लड सकती है। सोनिया ने कहा कि केन्द्र सरकार अल्पसंख्यकों के खिलाफ संकीर्णता को बढ़ाते हुए राजनीतिक लाभों के लिए समाज में ध्रुवीकरण पैदा कर रही है। कर्नाटक चुनावों में भी बीजेपी ऐसी ही कोशिश कर रही है।
सोनिया ने पार्टी के सांसदों को कांग्रेस पार्टी को मजबूत करने के लिए राहुल गांधी के साथ समर्पण, वफादारी और उत्साह के साथ काम करने को कहा है।
ये तो तय है कि कांग्रेस अकेले बीजेपी का मुकाबला करने मे फिलहाल सक्षम नहीं है। इसलिए अब वो अन्य दलों के साथ मिलकर बीजेपी का तोड निकालना चाहती है। एनडीए के कई दलों को तोड़ने की कोशिश भी कांग्रेस कर सकती है।