देश में चीनी स्मार्टफोन का दबदबा कितना कायम है, इस बात का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वर्ष 2018 में चीन के चार बड़े स्मार्टफोन ब्रांड ने अकेले मिलकर देश में 50 हज़ार करोड़ रुपये से अधिक का व्यवसाय किया है।
वहीं अभी भी वर्ष 2018 खत्म होने में 2 महीने बाकी है, ऐसे में ये आँकड़ा और भी ऊपर जा सकता है।
इन चार ब्रांड में श्याओमी, ओप्पो, विवो और हुयावे शामिल हैं। इसी के साथ इन चारों कंपनियों ने दूसरे चीनी ब्रांड जैसे लेनावो-मोटोरोला, वन प्लस और इंफीनिक्स के साथ मिल कर देश के आधे से भी अधिक स्मार्टफोन बाज़ार पर कब्जा कर लिया है।
देश में चीनी स्मार्टफोनों का इतनी बड़ी तादाद में सफल होने के पीछे कारण है कि ये कंपनियाँ देश में कम दामों में ही बेहतर से बेहतर सुविधा उपलब्ध करा रही हैं।
वहीं देश में मेक इन इंडिया पहल के तहत अब ये कंपनियाँ अपनी उत्पादन यूनिटों को भी देश के भीतर सेट कर रहीं है। इसके जरिये न सिर्फ इनके उत्पादों की कीमतों में कमी आ रही है, बल्कि इनकी यूनिटों के स्थापना से देश में रोजगार के अतिरिक्त मौके भी सामने आ रहे हैं।
श्याओमी ने इसी वर्ष अप्रैल में देश में 15 हज़ार करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की है, जबकि ओप्पो भी जल्द ही उत्तर प्रदेश में अपनी उत्पादन यूनिट की स्थापना कर रही है।
इसी के साथ विवो इस प्लांट के तहत 5 हज़ार लोगों को रोजगार प्रदान करेगी।
देश में अब स्मार्टफोन के कारोबार में अब गजब की बढ़ोतरी देखी जा रही है। हुयावे के प्रवक्ता ने वित्तीय वर्ष 2018 के लिए देश में अपने विकास में 281 प्रतिशत की बढ़ोतरी का दावा भी किया है।