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    बाज़ीगर

    शाहरुख़ खान की फ़िल्म बाज़ीगर को रिलीज़ से पहले बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ा था। फ़िल्म की शूटिंग में विलम्ब से लेकर किसी भी कलाकार के नकारात्मक भूमिका करने के लिए राज़ी न होने तक। पर आज इस फ़िल्म ने अपने 25 साल पुरे कर लिए हैं।

    फ़िल्म के निर्देशक अब्बास-मस्तान बहुत खुश हैं कि फ़िल्म ने अपने 25 साल पुरे कर लिए। 12 दिसम्बर 1993 को रिलीज़ हुई इस फ़िल्म में मुख्य भूमिका में शाहरुख़ खान और काजोल थे तथा शिल्पा शेट्टी की यह पहली फ़िल्म थी।

    फ़िल्म में शाहरुख़ खान नकारात्मक भूमिका में थे। यह फ़िल्म सुपरहिट रही थी। फ़िल्म के 25 साल पुरे होने पर मस्तान ने पीटीआई से फ़िल्म निर्माण के समय आ रही परेशानियों के बारे में बातचीत की और बताया कि इस नकारात्मक भूमिका के लिए सलमान खान और अनिल कपूर ने क्यों मना कर दिया था और उन लोगों ने फ़िल्म के क्लाइमेक्स के लिए दो अलग-अलग सीन्स क्यों शूट किये थे।

    मस्तान ने कहा कि,”लोग आज भी इस फ़िल्म को पसंद करते हैं और यह निर्माताओं के लिए गर्व की बात है। फ़िल्म निर्माता को अपने दृष्टीकोण पर विश्वास होना चाहिए और वही विश्वास पर्दे पर भी झलकता है। हमारे पास एक ऐसा हीरो था जो नकारात्मक भूमिका निभा रहा था। इसने शाहरुख़-काजोल जैसी हिट जोड़ी दुनिया को दी। यह कोई रोमांटिक फ़िल्म नहीं थी पर इस फ़िल्म ने अच्छी कमाई की।”

    मस्तान ने बताया कि,”इस फ़िल्म को पूरी दुनिया से अच्छी प्रतिक्रिया मिली थी और यह सब उन्होंने यूएस और यूके की स्क्रीनिंग के दौरान खुद अपनी आँखों से देखा था।

    फ़िल्म को बनाना बहुत कठिन था। फ़िल्म का महूरत दिसम्बर 1992 में किया गया था और फ़िल्म को जल्दी शुरू करने की उम्मीद थी। जनवरी-फ़रवरी तक फ़िल्म को पूरा करना हमारा लक्ष्य था।

    बाबरी मस्जिद दंगे की वजह से फ़िल्म की शूटिंग रोक दी गई थी। उस समय भारत में बहुत गर्म माहौल था लोग डरे हुए थे और घर से बाहर नहीं जाना चाहते थे।

    चीजें ठीक होने पर काम शुरू हुआ। हमनें मार्च के अंत में फ़िल्म की शूटिंग शुरू की और मई-जून तक रिलीज़ करने का निश्चय किया। ‘बाज़ीगर’ एक युवा के बदले की कहानी है। इस फ़िल्म में माँ का किरदार बहुत महत्वपूर्ण था। और हम इस फ़िल्म में यह रखना चाहते थे  यह फ़िल्म में भावनाएं डालने की ओर एक कदम था।

    जब एक बेटा बदला लेता है तो सारे पाप माफ़ कर दी जाते हैं और इसने दर्शकों के साथ काम किया।”

    मस्तान ने बताया कि माँ के किरदार के लिए राखी गुलज़ार बिल्कुल सही थीं और राखी ने ही फ़िल्म निर्माताओं को फ़िल्म का क्लाइमेक्स बदलने के लिए कहा था।

    फ़िल्म के बारे में यह कहा गया था कि यह हॉलीवुड फ़िल्म ‘ए किस बीफोर डाईंग’ का रीमेक है पर मस्तान ने कहा कि फ़िल्म का केवल 1 सीन ही हॉलीवुड फ़िल्म से प्रभावित है। शाहरुख़ जो किंग ऑफ़ रोमांस कहे जाते हैं उन्होंने यह नकारात्मक भूमिका बड़े ही सहज रूप से निभाई है।

    मस्तान ने पहले इस रोल के लिए सलमान खान से पूछा था। उस समय वह सूरज बर्जात्या की फ़िल्म कर रहे थे और उनको लगा कि यह फ़िल्म उनकी गुड बॉय की छवि को नुक्सान पंहुचा सकती है।

    अनिल कपूर को लगा था कि वह नकारात्मक भूमिका नहीं कर पाएंगे। शाहरुख़ खान ने पहले फ़िल्म की कहानी सुनी थी जो उन्हें पसंद नहीं आई थी पर फ़िल्म के निर्देशक से मिलने पर उन्होंने फ़िल्म के लिए हाँ कर दिया था।

    शाहरुख़ इस फ़िल्म के लिए 3-4 अलग-अलग तरीकों से शूट करते थे। शाहरुख़ खान ने ही फ़िल्म की शूटिंग को दिल्ली में करवाने की अनुमति दिलाई थी।

    मस्तान ने कहा कि जब हम काजोल से मिलने गए तो वह बहुत जिंदादिल और मज़ाकिया लग रही थी और हमें लगा कि शायद वह इस रोल को समझ नहीं पाएंगी पर उन्होंने बहुत गंभीरता के साथ काम किया और शिल्पा ने भी बहुत मेहनत की है।

    By साक्षी सिंह

    Writer, Theatre Artist and Bellydancer

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