गुजरात विधानसभा चुनाव में हार्दिक का किरदार बहुत अहम् है। हार्दिक वह हुक्म के इक्के है, जो किसी की भी किस्मत बदलने का दम रखते है। यही कारण है कि शह और मात के इस खेल में हर कोई हार्दिक का दोस्त बन सत्ता की गद्दी पर राज करना चाहता है।
हार्दिक किसी को सत्ता पर बैठाने और सत्ता से गिराने, दोनों का सामर्थ्य अपने पास रखते है। अब यह बात सुरक्षा एजेंसियों को भी समझ आने लगी है। यही कारण है कि गुजरात में पाटीदारों के नेता हार्दिक को देश की सबसे मजबूत सुरक्षा में से एक, वाई श्रेणी की वीआइपी सुरक्षा मुहैया करवाई जा रही है।
हाई स्टेटस सिंबल का प्रतीक मानी जाने वाली इस वाई श्रेणी की सुरक्षा को पाने के लिए बड़े-बड़े लोग एड़ी चोटी का दम लगा देते है, लेकिन फिर भी उन्हे हार्दिक जैसी किस्मत नहीं मिलती। इस सुरक्षा श्रेणी के अंतर्गत, हार्दिक की सुरक्षा की जिम्मेवारी केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) को सौंपी गई है।
हार्दिक की सुरक्षा में आठ कमांडो तैनात रहेंगे। यह सुरक्षा श्रेणी देश में बहुत ही ख़ास लोगो को मिलती है तथा इस समय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल समेत साठ अति महत्वपूर्ण लोगो के पास यह सुरक्षा श्रेणी है। दरअसल हार्दिक को यह सुरक्षा पिछले कुछ दिनों से राजनितिक हालातों को देखते हुए दिया गया है।
हार्दिक को मिली सुरक्षा से अब यह बात पुख्ता तौर पर कही जा सकती है कि इस चुनाव में उनका रोल जितना अहम् नजर आ रहा है, हकीकत में उससे कहीं ज्यादा है।