पाकिस्तान की जेल से छह साल बाद रिहा हुए हामिद अंसारी ने भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात की थी। हामिद अंसारी भारत में एक सॉफ्टवेयर इंजिनियर था, जो एक ऑनलाइन दोस्त से मुलाकात के लिए अफगानिस्तान के मार्ग से अवैध तरीके से पाकिस्तान में दाखिल हुआ था।
शुक्रिया, विदेश मंत्री
हामिद अंसारी की माता फौजिया ने विदेश मंत्री को गले लगाया और अपने पुत्र को वापस लाने की खुसी में आभार व्यक्त किया था। फौजिया ने नाम आंसुओं से कहा “मेरा भारत महान, मेरी मैडम महान, मेरी मैडम ने ये सब कुछ किया है।” अधिकारीयों के मुताबिक हामिद अंसारी पाकिस्तान से छह कठिन वर्ष गुजारने के बाद भारत वापस आकर भावुक हो गया था।
हामिद अंसारी अपनी माता और अन्य परिवारजनों के साथ सुषमा स्वराज से मुलाकात के लिए आये थे, जिन्होंने पाकिस्तान के समक्ष इस मसले को उठाया था।
Welcome home, son!
Indian national, Hamid Ansari returns home after six years of incarceration in Pakistan. EAM @SushmaSwaraj warmly welcomed him in Delhi today. pic.twitter.com/vM4HXF2ORc
— Arindam Bagchi (@MEAIndia) December 19, 2018
दुआ कबूल हुई
हामिद अंसारी की वापसी से पूर्व उनकी मां फौजिया ने पत्रकारों से कहा कि हामिद के परिवार और सलामती की दुआ करने वाले शुभचिंतकों के कारण आज वह वापस सुरक्षित वतन लौट रहा है। उन्होंने कहा कि मैं बहुत खुश हूँ, ओनी भावनाओं क जाहिर करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं। हामिद के पिता निहाल अंसारी ने कहा कि यह हमारी के नई शुरुआत हैं।
सैन्य हिरासत में था हामिद
गुरूवार को पेशावर की अदालत ने पाकिस्तान सरकार को हामिद को वापस भेजने की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए एक माह की समय सीमा दी थी। मां फौजिया अंसारी ने अदालत में याचिका दायर कर जानकारी दी थी कि हामिद अंसारी पाकिस्तान की हिरासत में हैं और उस पर सैन्य अदालत में कार्रवाई चल रही है।
ऑनलाइन दोस्त के चक्कर में गिरफ्तार हुआ हामिद
सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान में स्थित भारतीय उच्चायोग हामिद अंसारी को वाघा बॉर्डर तक लाने के इंतजामात किया था। 33 वर्षीय हामिद अंसारी को साल 2012 में पकिस्तान के ख़ुफ़िया विभाग ने गिरफ्तार कर लिया था। हामिद अफगानिस्तान के मार्ग से पाकिस्तान सीमा को पार करने की कोशिश कर रहा था, उसके मुताबिक वह अपनी ऑनलाइन दोस्त से मिलने के लिए पाकिस्तान जाना चाहता था।
पाकिस्तान की सैन्य अदालत ने साल 2015 में अवैध पहचान पत्र रखने के कारण हामिद अंसारी को तीन वर्ष की सज़ा सुनाई थी। इसी वर्ष 15 दिसम्बर को हामिद को पेशावर की जेल में कैद कर दिया था।